नईदिल्ली : कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के बीच देश में अनलॉक की प्रक्रिया भी चल रही है. देश में अधिकतर गतिविधियां शुरू हो गई हैं. हालांकि कोरोना के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में फिर से लॉकडाउन के कोई संकेत नहीं दिए हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय की मंगलवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल किया गया कि क्या देश में फिर से लॉकडाउन की जरूरत है? इस पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सिर्फ कंटेनमेंट जोन में सख्ती किए जाने की जरूरत है. मंत्रालय का कहना है कि जिन शहरों में कोरोना के मामले कम थे, वहां सुस्ती दिखी और केस बढ़ने लगे. इसलिए उन स्थानों पर सख्ती करना महत्वपू्र्ण होगा जिन एरिया में कोरोना केस के कलस्टर दिख रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इसे अनलॉक या लॉकडाउन के लिहाज से नहीं देखना चाहिए. जाहिर है स्वास्थ्य मंत्रालय ने फिर से राष्ट्रीय लॉकडाउन के कोई संकेत नहीं दिए. स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह बात ऐसे समय कही है जब देश में कोरोना के मामले 9 लाख का आंकड़ा पार कर चुके हैं. देश के कई शहरों में मंगलवार से फिर लॉकडाउन लागू हो गया.
बिहार में 16 से 31 जुलाई तक लॉकडाउन
बिहार सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला किया है. बिहार के सभी जिला मुख्यालय, अनुमंडल और ब्लॉक मुख्यालय में 16 से 31 जुलाई तक लॉकडाउन हो गया है. इस दौरान रेलवे और विमान सेवा जारी रहेंगी. लेकिन शॉपिंग मॉल, धार्मिक स्थल, सार्वजनिक परिवहन बंद रहेंगे.
कोरोना मामलों में रोजाना की बढ़ोतरी में कमी
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में कोरोना मामलों में रोजाना होने वाली बढ़ोतरी में कमी दिख रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ओएसडी राजेश भूषण ने कहा कि अभी देश में कोरोना के 3,11,565 एक्टिव केस हैं जबकि अब तक 5,71,459 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक हुए हैं.
राजेश भूषण ने बताया कि 2 मई तक स्थिति यह थी कि देश में ठीक होने वाले मरीजों से ज्यादा संख्या कोरोना के एक्टिव केस की थी. लेकिन देश में आज कोरोना संक्रमण से ठीक होने वालों की संख्या एक्टिव केस से 1.8 गुना ज्यादा है.