नई दिल्ली। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सिंचाई मंत्री शमशेर सिंह सुरजेवाला (88) का रविवार देर रात निधन हो गया। वे काफी समय से बीमार चल रहे थे और दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे। आज शाम तीन बजे नरवाना में अंतिम संस्कार होगा। शमशेर सिंह कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के पिता हैं।
शमशेर सिंह वर्ष 2005 से 2009 तक कैथल विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं। यहां विधायक रहते हुए उन्होंने काफी बड़े प्रोजेक्ट शहर में लाने का काम किया। वे यहां से विधायक रहते हुए अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर भी रहे हैं। जीवन में पांच बार 1967, 1977, 1982, 1991 और 2005 में विधायक रहे। इसके अलावा दो बार 1992 और 1998 में लोकसभा चुनाव जीता।
पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद पर भी सुरजेवाला रहे। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और चार बार राज्य सरकार में मंत्री रहे हैं। 1993 में राज्य सभा संसद सदस्य रहे हैं। सुरजेवाला स्पष्ट बात कहने के धनी थी, जो बात मुंह से उसे पूरा करवाकर ही दम लेते थे। उन्होंने कैथल में विधायक रहते हुए राजकीय भीमराव आंबेडकर कॉलेज, नया बस अड्डा, नया सिविल अस्पताल, ड्राइविंग स्कूल खुलवाने का काम किया।
शमशेर सिंह सुरजेवाला के निधन का समाचार सुनते ही राजनीतिक दलों व सामाजिक संगठनों के लोग अस्पताल पहुंचने शुरू हो गए हैं। नेताओं ने कहा कि शमशेर सिंह सुरजेवाला के निधन से उन्होंंने एक सुलझा हुआ राजनेता खो दिया है। उनके समर्थक सभी दलों में थे। वह मृदुभाषी व मिलनसार स्वभाव के थे। एक बार वह राज्यसभा सदस्य भी रह चुके थे।
शमशेर सिंह सुरजेवाला कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाते थे। शमशेर सुरजेवाला बेबाक व स्पष्ट बात करने के धनी थी। जो कहते थे वे करके दिखाते थे। 2009 के बाद उन्होंने अपने बेटे रणदीप सिंह सुरजेवाला के लिए कैथल विधानसभा सीट छोड़ दी थी। 2009 के विधानसभा चुनाव में यहां से रणदीप सिंह सुरजेवाला विधायक बने थे।
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