छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में नाक में मस्से का उपचार कराने गए युवक की एक आंख ही गायब हो गई। युवक का आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान उसकी आंख निकाल ली गई। वहीं, डॉक्टर का कहना है कि कैंसर के चलते उसकी आंख खराब हुई है। फिलहाल CM से शिकायत के बाद सिविल लाइंस थाना पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। CMHO ने भी जांच टीम बनाई है, जो ऑपरेशन करने टीम से पूछताछ करेगी।
पौंसरा निवासी कान्हा सूर्यवंशी ने नाक में समस्या होने पर इमलीपारा स्थित वेगस अस्पताल में दिखाया था। नाक में मस्सा होने की बात कहकर अस्पताल में डॉ. अंकित ठकराल ने उसका अगस्त 2019 को लेजर से ऑपरेशन किया था। कान्हा का आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने उसकी एक आंख ही निकाल ली। उसने करीब 8 माह पहले CM भूपेश बघेल से शिकायत की थी। इस पर पुलिस ने CMHO से रिपोर्ट मांगी है।
CMHO ने जांच के लिए 3 सदस्यीय टीम का किया गठन
पुलिस से पत्र मिलने के बाद CMHO डॉ. प्रमोद महाजन ने 3 सदस्यीय डॉक्टरों की टीम गठित की है। इसमें बिल्हा BMO डॉ. शुभा गढ़ेवाल, ENT विशेषज्ञ डॉ. मनीष श्रीवास्तव और सीनियर डॉ. अनिल श्रीवास्तव शामिल है। यह टीम डॉक्टर ठकराल और ऑपरेशन में शामिल अन्य लोगों से पूछताछ करेगी। इसके बाद युवक के भी बयान लिए जाएंगे, फिर रिपोर्ट बनाकर CMHO को सौंपेंगे। यही रिपोर्ट पुलिस को भेजी जाएगी।
कैंसर के कारण आंख में फैल चुका था इंफेक्शन
डॉ. अंकित ठकराल ने कहा कि मरीज को नाक के अंदरुनी हिस्से पर कैंसर था। सिटी स्कैन, MRI जांच रिपोर्ट भी यही कहती है। सीनियर डॉक्टरों से कंसल्ट करने के बाद मरीज के परिजन के सहमति के बाद ही ऑपरेशन किया गया था। कैंसर का प्रभाव मरीज के आंख में बढ़ चुका था ऐसे में मरीज की जान उसकी एक आंख को निकाल कर ही बचाई जा सकती थी। इसके बाद उसे हायर इलाज के लिए रायपुर एम्स भेजा गया था।
पुलिस ने CMHO को भेजे पत्र में दो सवाल भी पूछे
सिविल लाइंस थाना पुलिस ने इलाज की रिपोर्ट मांगते हुए पत्र में CMHO डॉ. प्रमोद महाजन से 2 सवाल भी किए है। इसमें पहला ये कि क्या नाक के मस्से का इलाज के दौरान आंख को निकालना उचित है? वहीं अगर आंख को बाहर निकालने की आवश्यकता थी तो ऑपरेशन के बाद आंख को पुन: लगाया जा सकता था या नहीं? इसके साथ ही पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग को वेगस हॉस्पिटल के इलाज की पर्ची 1 से लेकर 131 पेज में उपलब्ध कराई है।
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