ग्वालियर. यहां हैवानियत की एक ऐसी कहानी सामने आई है जिसे पढ़कर हर किसी की रूह कांप जाएगी. 24 साल की विवाहित युवती को उसी के पति ने होटल में बंधक बनाया और फिर पति, ससुर व 4 देवरों ने शराब पीकर 48 घंटे तक सामूहिक बलात्कार किया. गंभीर रूप से घायल लड़की को प्राइवेट अस्पताल ले गए, यहां मानसिक विक्षिप्त करने के लिए आंख, होंठ व रीढ़ की हड्डी में नशे के इंजेक्शन लगाए. यदि पिता पुलिस लेकर नहीं पहुंचता तो पता नहीं और क्या क्या करते.
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में डबरा के श्रीराम कॉलोनी निवासी 24 वर्षीय युवती की शादी 14 फरवरी 2015 को गोल पहाड़िया निवासी युवक के साथ हुई थी. शादी के कुछ दिन बाद से ही ससुराल पक्ष ने स्कॉर्पियो की डिमांड के साथ परेशान करना शुरू कर दिया. प्रताड़ना से तंग आकर युवती के परिजन 12 जनवरी 2016 को उसे अपने घर ले आए. पति, सास-ससुर, देवर व ननद पर दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज करा दिया. साथ ही गुजारा भत्ता के लिए कोर्ट में केस दाखिल कर दिया. सात फरवरी को कुटुम्ब न्यायालय में 11 लाख रुपए ससुराल पक्ष द्वारा पीड़िता को भरण-पोषण के लिए देने की बात सुनकर ससुराल पक्ष ने बहू को अच्छी तरह रखने का आश्वासन देकर राजीनामा किया. पति उसे यह विश्वास दिलाकर साथ ले गया कि अब कभी परेशान नहीं करेगा.
युवती को पति घर न ले जाते हुए पड़ाव थाना स्थित होटल ले पहुंचा. यहां कमरा नहीं मिलने पर वह अपने ही रिश्तेदार के होटल जस्ट क्लिक में ले आया. यहां कमरे में कुछ देर बाद युवती के ससुर, चार देवर भी आ गए. कमरे में सभी ने शराब पीने के बाद युवती से दुष्कर्म किया. लगातार प्रताड़ना से वह बेहोश हो गई.
पीड़िता का आरोप है कि 07 से 09 फरवरी तक पीड़िता को होटल में रखा गया. 09 फरवरी को होश आने पर जब उसे ब्लीडिंग होने लगी तो निजी अस्पताल लेकर पहुंचे. यहां उसे रखकर उसकी आंख, होंठ व रीढ़ की हड्डी में नशे के इंजेक्शन दिए. 11 फरवरी को बेटी की तबीयत खराब होने की जानकारी ससुराल पक्ष ने उसके पिता को दी. पिता ने बात कराने के लिए कहा तो कहते रहे सुधार होते ही बात करा देंगे.
पिता ने बेटी को मुक्त कराया
13 फरवरी को पिता वीडियो कॉलिंग कराने पर अड़ गया. जब वीडियो कॉलिंग पर बात नहीं कराई तो वह डबरा से आकर बताए पते पर पहुंचे, यहां बेटी नहीं मिली. इसके बाद 14 फरवरी को पिता ने एसपी से मुलाकात कर परेशानी बताई. वह पुलिस को लेकर अस्पताल पहुंचे तो बेटी भर्ती मिल गई.