निलंबित सांसदों के लिए हरिवंश की चाय पर बोले PM, 'बिहार की जमीन लोकतंत्र का पाठ सिखाती रही है '

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पटना/नई दिल्ली
कृषि सुधार बिल पर चर्चा के दौरान बदतमीजी करने के आरोप में राज्‍यसभा से निलंबित आठों सांसद रातभर गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठे रहे। उन्‍हें सभापति वेंकैया नायडू ने रविवार को सदन में हंगामा करने और उपसभापति से बदसलूकी के लिए सस्‍पेंड किया था। सोमवार दोपहर से धरना दे रहे सांसदों से मिलने मंगलवार सुबह खुद डिप्‍टी चेयरमैन हरिवंश पहुंच गए। वह अपने साथ एक झोला लाए थे जिसमें सांसदों के लिए चाय थी। हरिवंश ने अपने हाथों से चाय निकाली और सांसदों को पिलाई। उन्‍होंने उन सांसदों से बेहद गर्मजोशी से बात की, जिनमें से कुछ का व्‍यवहार रविवार को उनके प्रति ठीक नहीं था।

हरिवंश के इस व्यवहार की तारीफ ट्वीट कर की है। साथ ही कहा है कि बिहार की धरती हमेशा से पूरे विश्व को लोकतंत्र का पाठ सिखाती रही है। पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, ‘बिहार की धरती ने सदियों पहले पूरे विश्व को लोकतंत्र की शिक्षा दी थी। आज उसी बिहार की धरती से प्रजातंत्र के प्रतिनिधि बने हरिवंश जी ने जो किया, वह प्रत्येक लोकतंत्र प्रेमी को प्रेरित और आनंदित करने वाला है।’

पीएम ने अगले ट्वीट में लिखा, ‘यह हरिवंश जी की उदारता और महानता को दर्शाता है। लोकतंत्र के लिए इससे खूबसूरत संदेश और क्या हो सकता है। मैं उन्हें इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।’

पीएम मोदी ने आगे लिखा है, ‘हर किसी ने देखा कि दो दिन पहले लोकतंत्र के मंदिर में उनको किस प्रकार अपमानित किया गया, उन पर हमला किया गया और फिर वही लोग उनके खिलाफ धरने पर भी बैठ गए। लेकिन आपको आनंद होगा कि आज हरिवंश जी ने उन्हीं लोगों को सवेरे-सवेरे अपने घर से चाय ले जाकर पिलाई।’

राज्यसभा में विपक्ष के व्यवहार ने बिहार के गौरव को ठेस पहुंचाया : एनडीए
बिहार में सत्तारूढ़ बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के शीर्ष नेताओं ने सोमवार को कहा कि संसद के उच्च सदन में कृषि विधेयकों को पारित करने के दौरान उप सभापति हरिवंश के साथ किये गये दुव्यर्वहार ने बिहार के गौरव को ठेस पहुंचाया है और इसके लिये राज्य के लोग विपक्षी दलों को मुंहतोड़ जवाब देंगे।

बिहार के मुख्यमंत्री एवं जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार ने कहा कि राज्यसभा में रविवार को जो कुछ भी हुआ वह बहुत गलत और निंदनीय है। उल्लेखनीय है कि हरिवंश, बिहार से जनता दल (यूनाइटेड) के राज्यसभा सदस्य हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कई परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किये जाने के लिए आयोजित किए गए डिजिटल कार्यक्रम में नीतीश ने यह कहा। राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और निर्वाचन आयोग द्वारा इसके कार्यक्रमों की घोषणा शीघ्र किये जाने की संभावना है। बिहार में राजग (एनडीए) में नीतीश नीत जेडीयू, बीजेपी और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) शामिल हैं।

नीतीश ने कृषि विधेयकों का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने 2006 में कृषि उत्पाद विपणन समितियों (एपीएमसी) को 2006 में समाप्त कर दिया था। उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि तब विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इसी तरह से हंगामा किया गया था और वह चर्चा करने से दूर भाग गया था। विपक्ष के भारी हंगामे के बीच कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सुविधा) विधेयक-2020 और कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020 रविवार को राज्यसभा में पारित हो गए थे। विधेयकों पर जोरदार बहस के बाद राज्यसभा ने विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामे के बीच इन्हें पारित कर दिया। इस दौरान हंगामा कर रहे कुछ विपक्षी सदस्य कोविड -19 प्रोटोकाल की अनदेखी करते हुए उप सभापति हरिवंश के आसन की ओर बढ़े, उन्होंने नियम पुस्तिका उनकी ओर फेंकी तथा सरकारी कागजों को फाड़ कर हवा में उछाल दिया।

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