बालोद: एक ओर छत्तीसगढ़ में कोरोना मरीजों के आंकड़ें तेजी से बढ़ रहे हैं, तो दूसरी ओर क्वारंटाइन सेंटरों में मौत के मामलों भी लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसा ही मामला बालोद जिले के एक क्वारंटाइन सेंटर से सामने आया है, जहां 5 माह की मासूम की मौत हो गई। मासूम की मौत के बाद परिजनों ने आरोप लगाया है कि क्वारंटाइन सेंटर में पर्याप्त सुविधा नहीं मिली, जिसका नतीजा आपके सामने है। फिलहाल मासूम के शव को मर्चुरी में रखा गया है और जांच की जा रही है।
बता दें कि कुछ दिन पहले महाराष्ट्र चंद्रपुर से ग्राम टटेंगा भरदा आए दंपति और उसके 5 माह के बच्चे को गांव के क्वारंटाइन में रखा गया था। बुधवार की शाम 5 माह के बच्चे की तबीयत खराब होने के बाद उसे मां-बाप के साथ जिला अस्पताल गया। लेकिन गुरुवार को उपचार के दौरान बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई। बच्चे की मौत हो गई। मौत के बाद मां-बाप ने हंगामा कर दिया और बच्चे के पोस्टमार्टम के लिए देने से मना कर दिया। काफी समझाने के बाद बच्चे को मां बाप से लेकर पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया।
परिजनों ने आरोप लगाया जा रहा है कि जब देर रात बच्चे की अस्पताल के अंदर तबीयत ज्यादा खराब हुई, तब भी कोई डॉक्टर इलाज के लिए वहां नहीं आया। इस मामले को लेकर अब बच्चे के परिजन हंगामा कर रहे हैं। दूसरी ओर ऐतिहात और सुरक्षा के तौर पर स्वास्थ विभाग ने बच्चे के शव को मरचुरी में रख शव परीक्षण के बाद ही मां को सौंपेंगे।
मामले में गांव से पहुंचे बच्चे के अन्य परिजनों ने भी अब स्वास्थ्य विभाग पर आरोप लगाते हुए पूरे मामले की लिखित शिकायत कलेक्टर और एसपी को की है। परिजनों का कहना है कि बच्ची के स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दिया गया। बच्चे को बुधवार को ही अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, लेकिन डॉक्टरों ने ध्यान नहीं दिया। बहरहाल पूरे मामले की जांच पर बात रुक गई है। वहीं, बच्चे का अभी का कोरोना रिपोर्ट का टेस्ट रिपोर्ट आना बाकी है, जिसके बाद ही बच्ची का शव परिजनों को दिया जाएगा।