दंतेवाड़ा: कोरोना वायरस प्रसार के नियंत्रण एवं बचाव के लिए घोषित लॉक डाउन के दौरान बेघर-निसहाय और जरूरतमन्द लोगों की सहायता के लिए जिले के जनप्रतिनिधियों सहित स्वयंसेवी संगठनों, गणमान्य नागरिकों और अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा स्वेच्छापूर्वक सहायता प्रदान किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिले के नगरपालिका परिषद किरन्दुल के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित सभी जनप्रतिनिधियों ने अपने एक महीने की मानदेय राशि को मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का निर्णय लेकर राशि 57 हजार 5 सौ रुएये का चेक कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा को प्रदान किया। किरन्दुल नगरपालिका जिले का पहला ऐसा नगरीय निकाय है, जहां के समस्त जनप्रतिनिधियों ने अपने एक माह की मानदेय राशि को मुख्यमंत्री राहत कोष में देकर संकट की परिस्थिति में जरूरतमन्द लोगों की मदद के लिए संवेदनशीलता के साथ अनुकरणीय पहल किया है।
यही नहीं किरन्दुल नगर पालिका परिषद के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों ने भी अपने एक दिन की वेतन की राशि की सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष में दी और उक्त सहायता के लिए 32 हजार 111 रुपए का कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा को प्रदान किया। वहीं, कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने जिले के लोगों से अपील की है कि वे लॉक डाउन और सोशल मडिस्टेंस का कड़ाई से पालन करें।
बता दें कि जिले से अब तक कोई संक्रमण का मरीज नहीं है, जबकि एहतियात बरता जा रहा है। दंतेवाडा जिले में विदेशो से आने वाले लोगों की संख्या 41 है। इसमें से जो एक मार्च के बाद आने वाले 20 लोगो के सेम्पल भेजे गए, जिसमे से 16 नेगेटिव आया है। 4 सेम्पल के रिपोर्ट अप्राप्त है। रोकथाम के लिए हमारी पूरी तैयारी है अन्य जिले और राज्यो से आने वाले लोगो को एहतियातन ऐशोलोएसन में रख कर निगरानी की जा रही है।
नगरपालिका अध्यक्ष मृणाल राय ने नगर को स्वच्छ और स्वस्थ बनाए रखने के लिए 18 वार्डो वाली नगरपालिका के समस्त पार्षदों के साथ एल्डरमैन की एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहतकोश में देने की बात कही। किरंदुल नगरपालिका अधिकारी आरपी नेताम ने खाद्यान्न बैंको में दान देने वालो दानदाताओ का आभार माना ।अब तक बैंक के माध्यम से सैकड़ो निराश्रित लोगो को अनाज वितरण किया गया है।