पाकिस्तान में हाफिज सईद के बेटे के हत्या की खबर:
4 दिन से है लापता, ISI भी ढूंढने में नाकामयाब|
Pakistan: हाफिज के बेटे को कौन ले गया और कहां ले गया कोई खबर नहीं है. इस वजह से हिंदुस्तान को आतंक के अनगिनत जख्म देने वाला आतंकी हाफिज सईद तभी से आंसू बहा रहा है.
मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का बेटा कमालुद्दीन सईद 26 सितंबर से लापता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उसे कार में आए कुछ लोगों ने पेशावर से किडनैप कर लिया। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI भी उसे ट्रेस नहीं कर पा रही है। पाकिस्तान में काफी समय से लश्कर के लड़ाके गायब हो रहे हैं।
वहीं, टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया है कि कमालुद्दीन को किडनैप नहीं किया गया है, बल्कि उसके पिता हाफिज सईद और संगठन के दर्जनों दूसरे आतंकियों की तरह उसे भी ISI ने सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया है।
दरअसल, कुछ दिन पहले ही कराची में लश्कर के एक बड़े आतंकी गौहर रजा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। ऐसे में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI लश्कर के आतंकियों को बचाने की कोशिश कर रही है।
आपस में ही लड़ रहे लश्कर आतंकी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाफिज सईद के एक और करीबी कैसर फारूक की भी कुछ अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी है। फारूक की हत्या से जुड़े कई वीडियोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसमें 6 लोग उसे गोली मारकर भागते हुए दिखाई दे रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कमालुद्दीन के भाई तलहा की भी सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है।
2019 में हाफिज सईद के दूसरे बेटे तलहा पर भी जानलेवा हमला हुआ था, जिसमें वो बाल-बाल बचा था। तलहा लश्कर का फाइनेंस संभालता है। उसे ये जिम्मेदारी मिलने पर लश्कर में काफी सालों से काम कर रहे आतंकियों ने एतराज जताया था। गुटबाजी को बढ़ने से रोकने के लिए ISI ने आतंकी संगठन के कुछ नेताओं को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया है।
तलहा को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने से बचा रहा चीन
भारत लगातार हाफिज सईद के बेटे तलहा को ग्लोबल आतंकी घोषित करने की मांग कर रहा है। हालांकि चीन बार-बार इसमें रोड़ा बनता है। 2022 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत और अमेरिका इसके लिए प्रस्ताव लाए थे। पिछले साल अप्रैल में उसे भारत सरकार ने आतंकवादी घोषित किया था।
आतंकियों की भर्ती करता है हाफिज तलहा सईद
हाफिज तलहा सईद आतंकियों को भर्ती करने, धन जुटाने और भारत व अफगानिस्तान में भारतीय हितों पर आतंकी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में सक्रिय रूप से शामिल रहता है। वह पाकिस्तान में खुलेआम आता-जाता है और सभाओं में भारत, इजराइल, अमेरिका और पश्चिमी देशों में भारतीय हितों के खिलाफ जिहाद को भड़काता है।
1267 सैंक्शन कमेटी के जरिए आतंकियों को ब्लैकलिस्ट किया जाता है
संयुक्त राष्ट्र अपराधियों पर प्रतिबंध लगाकर आतंकवाद का जवाब देता है। UN सुरक्षा परिषद 1267 समिति (सैंक्शन रिजीम) के तहत आतंकियों पर प्रतिबंध लगाता है। साल 1999 में इस कमेटी काे बनाया गया था। सितंबर 2001 में अमेरिका में हुए आतंकी हमलों के बाद इसे और मजबूती दी गई। इसे अब इस्लामिक स्टेट समूह और अल कायदा सैंक्शन कमेटी के रूप में जाना जाता है।