भारत ने उच्चायोग को सौंपे अपने आपत्ति पत्र में पाकिस्तान में धार्मिक एवं नस्लीय अल्पसंख्यकों के ‘लक्षित’ उत्पीड़न (टार्गेटेड पर्सिक्यूशन) पर सिविल सोसाइटी की तरफ से व्यक्त की जा रही चिंताओं की भी चर्चा की। एक सूत्र ने बताया, ‘भारत ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में चक 52/DB, यजमन स्थित अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के घरों को व्यस्थित और लक्षित तरीके से ध्वस्त करने पर पाकिस्तानी उच्चायोग में कड़ी आपत्ति प्रकट की।’
भारत ने एक डिप्लोमेटिक प्रोटेस्ट नोट में भारतीय की सिविल सोशाइटी की ओर से जताई जा रही चिंता का जिक्र किया। नोट में कहा गया कि पंजाब प्रांत में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय अपने घरों के मालिकाना हक का वैध दस्तावेज दे रहे हैं, अदालत ने भी उनके घरों को ढहाने पर रोक लगा रखी है, फिर भी उन पर जोर-जुल्म जारी है। सूत्रों के मुताबिक, भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग से आग्रह किया कि वो पाकिस्तान में संबंधित अथॉरिटीज को इस संबंध में तुरंत कदम उठाने को कहे।
भारत ने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान सरकार अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए अल्पसंख्य समुदाय के अपने नागरिकों की सुरक्षा, अधिकार और आजादी की रक्षा करेगी।
+ There are no comments
Add yours