इस बारे में जब रेखा शर्मा से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा, ‘मैंने अपने ईमेल चेक किए हैं और पायल घोष की तरफ से मुझे कोई मेल नहीं मिला है। जैसे ही हमें शिकायत मिल जाएगी तो इसे हम संबंधित पुलिस को फॉरवर्ड कर देंगे और वे फिर इस 2015 के मामले की जांच करेंगे। इसके अलावा हम इस केस में कानूनी सलाह भी ले रहे हैं।’ सेक्शुअल हैरसमेंट के ऐसे ज्यादातर पुराने मामलों में जांच में कुछ भी सामने नहीं आता, इस बारे में रेखा शर्मा ने कहा, ‘अगर मामलों की जांच में देरी होती है तो पुलिस को सबूत इकट्ठे करने में परेशानी होती है। हालांक हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश करेंगे।’
पायल के बयान के बारे में बात करते हुए रेखा शर्मा ने कहा, ‘पायल को मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान दर्ज कराने होंगे और इसके बाद यह कोर्ट के ऊपर है कि आगे क्या किया जाएगा। लेकिन महिला आयोग में मेरा लक्ष्य यह है कि अगर आरोपों में जरा सी भी सच्चाई है तो इसे कोर्ट के सामने ले जाया जाएगा।’ वैसे सेक्शुअल हैरसमेंट के आरोपों पर जरूरत पड़ने पर महिला आयोग अपनी जांच भी कर सकता है हालांकि इसके लिए पहले पायल घोष की तरफ से आधिकारिक तौर पर शिकायत दर्ज कराई जानी चाहिए।
+ There are no comments
Add yours