कुछ साल पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने जीवन के स्ट्रगल और डिप्रेशन फेज के बारे में शेयर किया था। इसमें उन्होंने बताया था कि कैसे उनके पिता ने उनको संघर्ष के दिनों में मोटिवेट किया।
उन्होंने लिखा था, जब मैं बड़ी हो रही थी तो मेरे पिता ने मुझसे कहा था, बेस्ट बनने के लिए हमेशा तीन ‘डी’ याद रखना जो हैं डिसिप्लिन, डेडिकेशन और डिटरमिनेशन। अपने दिल की सुनो। अपने पैशन को फॉलो करो। स्पोर्ट्स ने मुझे सिखाया कि असफलता को कैसे हैंडल करना है। इसने मुझे यह भी सिखाया कि सक्सेस को कैसे हैंडल करना है। इसने मुझे जमीन से जोड़कर रखा। इसने मुझे विनम्रता सिखाई। दो साल पहले मुझे डिप्रेशन हुआ था और मैं उसी में डूबती जा रही थी। मैंने लगभग हार मान ली थी। लेकिन मेरे अंदर के ऐथलीट ने मुझे लड़ने की ताकत दी और हार नहीं मानने दी।
दीपिका ने आगे लिखा था, इसलिए मैं हर लड़की, हर लड़के, हर औरत और हर आदमी से कहना चाहती हूं… स्पोर्ट खेलें… क्यों इसने मेरा जीवन बदल दिया…और यह आपकी भी बदल देगा। स्पोर्ट ने मुझे सिखाया कि कैसे सर्वाइव रना है। इसने मुझे सिखाया कि कैसे फाइट करना है।
वर्क फ्रंट पर बात करें तो दीपिका मेघना गुलजार की फिल्म छपाक में नजर आएंगी। वह इसमें ऐसिड सर्वाइवर के रोल में दिखेंगी। छपाक से दीपिका प्रॉडक्शन में भी कदम रख रही हैं।