(Coonavirus in India) के बढ़ते संक्रमण के बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने प्लाज्मा थेरपी (Plasma Therapy) के ट्रायल के दूसरे फेज में देश के 21 अस्पतालों को मंजूरी दी है। इसके पहले चरण में दिल्ली में हुए ट्रायल के दौरान प्लाज्मा थेरपी से अच्छे परिणाम मिले थे। जिसके बाद से इस थेरपी का प्रयोग कर मरीजों को ठीक करने की कोशिश की जा रही है।
राज्य | मेडिकल इंस्टीट्यूट |
गुजरात | श्रीमती एनएचएल म्यूनिसिपल मेडिकल कॉलेज, अहमदाबाद |
गुजरात | बीजे मेडिकल कॉलेज एंड सिविल हॉस्पिटल, अहमदाबाद |
गुजरात | गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज, भावनगर |
गुजरात | गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज, सूरत |
राजस्थान | सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज, जयपुर |
राजस्थान | महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, जयपुर |
पंजाब | सतगुर प्रताप सिंह हॉस्पिटल, लुधियाना |
महाराष्ट्र | बीजे गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज, पुणे |
महाराष्ट्र | पूना हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, पुुणे |
महाराष्ट्र | सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, मुंबई |
महाराष्ट्र | राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज एंड सीपीआर हॉस्पिटल, कोल्हापुर |
महाराष्ट्र | गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज, नागपुर |
तमिलनाडु | मदुरई मेडिकल कॉलेज, मदुरई |
तमिलनाडु | मद्रास मेडिकल कॉलेज, चेन्नई |
मध्य प्रदेश | गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल |
मध्य प्रदेश | महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज, इंदौर |
उत्तर प्रदेश | गवर्मेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, नोएडा |
उत्तर प्रदेश | संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, लखनऊ |
कर्नाटक | कर्नाटक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांइसेज, हुबली |
तेलंगाना | गांधी मेडिकल कॉलेज, तेलंगाना |
चंडीगढ़ | पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च |
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देशभर में अब तक 16,540 लोग कोविड-19 बीमारी से ठीक हो चुके हैं और अभी 37,916 मरीजों का इलाज चल रहा है। अगरवाल ने कहा, ‘पिछले 24 घंटों में 3,390 नए केस आए तो 1,273 मरीज ठीक भी हुए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘ठीक होने वाले की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। यह खुशी की बात है।’ उन्होंने बताया कि गुरुवार तक के आंकड़ों के मुताबिक, 3.2% मरीज ऑक्सिजन सपॉर्ट पर हैं, 4.7% मरीजों को आईसीयू सपॉर्ट से संबंधित सेवाएं दी जा रही हैं और 1.1% मरीज वेंटिलेटर सपॉर्ट पर हैं।
हाल में ही दिल्ली एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने दावा किया कि जून में भारत में कोरोना के केस अपने चरम पर पहुंच सकते हैं। उनके इस दावे पर अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जवाब दिया है।स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि अगर हम जरूरी सावधानियों को बरतेंगे और आवश्यक दिशानिर्देशों का पालन करेंगे तो हम कोरोना वायरस के मामलों को चरम में पहुंचने से रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि हम आवश्यक सावधानी नहीं बरतते हैं और प्रक्रियाओं का पालन करते हैं, तो मामलों में तेजी आ सकती है।