बनारस से मोदी के फोटो पाक भेजता था ISI एजेंट

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विकास पाठक, वाराणसी
ऐंटी टेररिस्ट स्क्वॉड ने वाराणसी से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के एक एजेंट को गिरफ्तार किया है। राशिद अहमद नाम का यह एजेंट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों के फोटो और विडियो पाकिस्तान में बैठे हैंडलर को भेजता था। पाकिस्तान में बैठे हैंडलर को फोटो और विडियो भेजने के एवज में उसे गिफ्ट और पैसे मिलते थे। पीएम की रैली के अलावा उसने आईएसआई को अयोध्या में राम जन्मभूमि, काशी विश्वनाथ मंदिर, वायुसेना चयन बोर्ड, आर्मी और सीआरपीएफ कैंपों के भी फोटो भेजे थे। बताया गया है कि एक साल राशिद आईएसआई के संपर्क में था।

आईएसआई के एजेंट राशिद के पिता और परिवार के अन्‍य सदस्‍य वाराणसी में रहते हैं जबकि राशिद इन दिनों चंदौली जिले के पड़ाव क्षेत्र में रह रहा था। होर्डिंग और फ्लेक्स का काम करने वाले राशिद के आईएसआई से कनेक्‍शन की जानकारी मिलिट्री को जुलाई 2019 में मिली थी। पता चला था कि वाराणसी में रह रहा युवक वॉट्सऐप से गोपनीय सूचनाएं पाकिस्‍तान भेज रहा है। इस इनपुट के आधार पर मिलिट्री इं‍टेलिजेंस ने की वाराणसी इकाई के साथ काम करना शुरू किया। 13 जनवरी 2020 को पाकिस्‍तानी एजेंट से राशिद की बातचीत होने की पुष्टि होने पर एटीएस ने 16 जनवरी को उसे हिरासत में लिया। लखनऊ ले जाकर आईबी और मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीमों ने उससे गहन पूछताछ की। सोमवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

मौसी के जरिए आईएसआई से जुड़ा था राशिद
खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी के मुताबिक, राशिद साल 2017 और 2018 में कराची में रहने वाली अपनी मौसी के पास गया था। कराची में काफी दिन तक रहने के दौरान उसकी मुलाकात आईएसआई के दो एजेंटों से हुई। एजेंटों ने गोपनीय सूचनाएं भेजने के बदले गिफ्ट और नकद के साथ शादी कराने का वादा किया था। वहां से लौटने के बाद राशिद ने तस्‍वीरें और विडियो पाकिस्‍तानी हैंडलर को भेजना शुरू कर दिया। जुलाई 2019 में राशिद को पांच हजार रुपये और पाकिस्‍तान से भेजा गया कीमती गिफ्ट मिला था। 13 जनवरी को आखिरी बार उसका संपर्क पाकिस्‍तानी एजेंट से हुआ। इस दौरान जोधपुर मिलिट्री कैंप की सूचना देने पर एक लाख रुपये और 15 हजार रुपये महीने खर्च देने की बात हुई थी।

संवदेनशील जगहों की तस्‍वीरें भेजीं
गिरफ्तार राशिद ने भारतीय वॉट्सऐप नंबर से कई संवदेनशील स्‍थानों की तस्‍वीरें और विडियो पाकिस्‍तानी हैंडलर को भेजे थे। राशिद के मोबाइल की जांच में पता चला कि उसने अयोध्‍या राम जन्‍मभूमि, काशी विश्‍वनाथ मंदिर, संकटमोचन मंदिर, ज्ञानवापी मस्जिद, वाराणसी स्थित वायुसेना चयन बोर्ड, रेणुकूट थर्मल पावर प्‍लांट, दिल्‍ली के इंडिया गेट, अजमेर शरीफ, नागपुर रेलवे स्‍टेशन, सीआरपीएफ के चंदौली और अमेठी कैंप, फैजाबाद आर्मी क्षेत्र व प्रयागराज के कई स्‍थानों की तस्‍वीरें पाकिस्‍तान भेजी थीं। इसके अलावा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध में बीते दिसंबर महीने में वाराणसी और लखनऊ में हुए प्रदर्शन के विडियो भी राशिद ने पाकिस्‍तानी हैंडलर को भेजे थे। राशिद के फोन में पाकिस्‍तान के दर्जनों नंबर भी मिले हैं।

धर्म नगरी वाराणसी में कई बार हमला हो चुका है। दशाश्‍वमेध और शीतला घाट के अलावा संकटमोचन मंदिर, कैंट रेलवे स्‍टेशन और कचहरी परिसर में आतंकी धमाके कर कई लोगों की जान ले चुके हैं। राशिद की गतिविधियां सामने आने के बाद सुरक्षा ऐजेंसियां सर्तक हो गई हैं।

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