बाढ़ से चौतरफा हाहाकार, देखें- किस राज्य में क्या हैं हालात

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देश के उत्तरी हिस्से में स्थित राज्यों में बाढ़ का कहर जारी है। आने वाले दिनों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और असम में अलग-अलग स्तर की चेतावनियां भी जारी की हैं। पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन से कई जगहों पर रास्ते बाधित हुए हैं। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कई हिस्सों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। वहीं, उत्तर प्रदेश और बिहार के गांवों में अभी भी बाढ़ से बुरे हालात हैं। असम और उत्तराखंड में भी लगातार बारिश की वजह से कई नदियां उफान पर हैं। ओडिशा में कई नदियां खतरे के लेवल से ऊपर हैं और कई गांवों में पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया है। देखिए तस्वीरें कि किन राज्यों में बाढ़ के क्या हालात हैं…

पूरे देश में भारी बारिश और बाढ़ से हाहाकार मचा है। जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु समेत तमाम राज्य बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। कई राज्यों में बाढ़ की स्थित बन गई है। सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं तो कई किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं।

Flood in India: बाढ़ से चौतरफा हाहाकार, देखें किस राज्य में क्या हैं हालात

देश के उत्तरी हिस्से में स्थित राज्यों में बाढ़ का कहर जारी है। आने वाले दिनों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और असम में अलग-अलग स्तर की चेतावनियां भी जारी की हैं। पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन से कई जगहों पर रास्ते बाधित हुए हैं। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कई हिस्सों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। वहीं, उत्तर प्रदेश और बिहार के गांवों में अभी भी बाढ़ से बुरे हालात हैं। असम और उत्तराखंड में भी लगातार बारिश की वजह से कई नदियां उफान पर हैं। ओडिशा में कई नदियां खतरे के लेवल से ऊपर हैं और कई गांवों में पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया है। देखिए तस्वीरें कि किन राज्यों में बाढ़ के क्या हालात हैं…

दिल्ली में यमुना का जल स्तर थोड़ा घटा
दिल्ली में यमुना का जल स्तर थोड़ा घटा

दिल्ली में रविवार सुबह चेतावनी स्तर के नजदीक बह रही यमुना नदी का जलस्तर अब धीरे-धीरे कम हो रहा है। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि सुबह नौ बजे पुराने रेलवे पुल पर जलस्तर 203.98 मीटर था। यह शनिवार रात सात बजे 204.14 मीटर और शुक्रवार शाम पांच बजे 204.41 मीटर था। चेतावनी स्तर 204.50 मीटर और खतरे का निशान 205.33 मीटर है। हरियाणा के यमुनानगर जिले के हथनीकुंड बैराज से सुबह 8 बजे 4,353 क्यूसेक की दर से यमुना में पानी छोड़ा जा रहा था। शनिवार को पूर्वाह्न 11 बजे प्रवाह की दर 11,445 क्यूसेक थी, जो पिछले 24 घंटों में अधिकतम थी। अधिकारी ने कहा कि पिछले दो दिनों से प्रवाह की दर 4,000 क्यूसेक और 15,000 क्यूसेक के बीच बनी हुई है, जो बहुत अधिक नहीं है। एक क्यूसेक 28.32 लीटर प्रति सेकंड के बराबर होता है। बैराज से छोड़ा गए पानी को आम तौर पर राजधानी तक पहुंचने में दो-तीन दिन लगते हैं। इस पानी से दिल्ली को पेयजल मिलता है। दिल्ली और आसपास के इलाकों में बारिश के कारण शुक्रवार को जलस्तर बढ़ गया। पूर्वी दिल्ली जिला प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखने के लिए 24 नौकाएं तैनात की हैं। इनमें से प्रत्येक पर दो गोताखोर तैनात हैं। साथ ही अतिरिक्त नौकाएं और गोताखोर तैयार रखे गए हैं। आम तौर पर, हथनीकुंड बैराज में प्रवाह की दर 352 क्यूसेक है, लेकिन जलग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा के बाद छोड़ा जाने वाला पानी बढ़ जाता है।

खतरे के निशान पर कई जिलों में नदियों का जल स्तर
खतरे के निशान पर कई जिलों में नदियों का जल स्तर

उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के 792 गांव प्रभावित हैं। 437 गांव पूरी तरह बाढ़ से घिर गए हैं। बाढ़ प्रभावित जिलों में आंबेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रूखाबाद, गोंडा, गोरखपुर, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, मऊ, शाहजहांपुर और सीतापुर शामिल है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पलिया कला (लखीमपुरखीरी) में शारदा नदी, जबकि (अयोध्या) तथा तुर्तीपार (बलिया) और एल्गिनब्रिज बाराबंकी में सरयू (घाघरा) नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

असम में लाखों लोग हुए बेघर
असम में लाखों लोग हुए बेघर

पूर्वोत्तर के राज्य में लगातार बारिश और ब्रह्मपुत्र नदी के साथ-साथ उसकी सहायक नदियों में जलस्तर बढ़ने से पूरे राज्य में तबाही मची हुई है। असम इस साल बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए है। अभी तक कम से कम 140 लोगों की मौत हो चुकी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, असम के 28 जिलों में बाढ़ की वजह से बुरे हालात हैं। लाखों लोग विस्थापित हुए हैं और राहत कैंपों में रह रहे हैं।

नदियां उफान पर शहरों तक पहुंचा पानी
नदियां उफान पर शहरों तक पहुंचा पानी

गुजरात के भरूच जिले में नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है जिससे बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। राजकोट में भारी बारिश की वजह से आजी नदी उफान पर आ गई है। इस वजह से कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।

ओडिशा में हीराकंड बांध के 44 गेट खोले गए
ओडिशा में हीराकंड बांध के 44 गेट खोले गए

ओडिशा में हीराकुंड बांध 64 गेटों में से 44 को अधिकारियों ने खोल दिए हैं। हीराकुंड बांध का जल स्तर बढ़कर 626.65 फुट हो गया है, जबकि जलाशय का उच्चतम स्तर 630 फुट है। जल का भारी प्रवाह और जल स्तर में वृद्धि के कारण जलाशय से अतिरिक्त पानी छोड़ा जा रहा है। पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में महानदी के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा के बाद, 8.99 लाख क्यूसेक से अधिक पानी अब हीराकुंड बांध में प्रवेश कर रहा है, जबकि 7.28 लाख क्यूसेक पानी बांध के 44 जलद्वारों के माध्यम से निकाला जा रहा है। ओडिशा की सबसे बड़ी नदी मानी जाने वाली महानदी के बेसिन क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है क्योंकि नदी का जल स्तर बढ़कर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। महानदी नदी में बाढ़ आने से पुरी, खुर्दा, कटक, जगतसिंहपुर, नयागढ़ और केंद्रपाड़ा के कुछ हिस्से सहित कई तटीय जिलों के प्रभावित होने की आशंका है।

वायु सेना से हेलिकॉप्टर से किया रेस्क्यू ऑपरेशन
वायु सेना से हेलिकॉप्टर से किया रेस्क्यू ऑपरेशन

मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले के बाढ़ वाले इलाकों में शनिवार को भारी बारिश के बाद लोगों को बचाने के लिए सेना को बुलाया गया है। कई इलाकों में बाढ़ आ गई और नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। भारतीय वायु सेना ने अतिप्रवाह वेनगंगा नदी के किनारे स्थित बालाघाट के मावड़ गांव के पास 2 युवकों और एक बुजुर्ग व्यक्ति को उनके बाढ़ से प्रभावित घरों को बचाने के लिए Mi17V5 हेलिकॉप्टर से उन्हें रेस्क्यू कराया।

शार्क बहकर आई बाहर
शार्क बहकर आई बाहर

तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले के वेलिनोकक्म बीच पर आज एक व्हेल शार्क बहकर किनारे आ गई।

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