सतीश माहेश्वरी, सुकमा: सीआरपीएफ 74 बटालियन के कमांडेंट प्रवीण कुमार सिंह ने सोमवार को मानवता की बेमिशाल उदाहरण पेश की है। उन्होंने अपना जरूरी मीटिंग छोड़कर एक घायल युवक की जान बचाई है। दरअसल, सड़क हादसे में एक घायल युवक को अस्पताल ले जाकर प्रथमिक उपचार किया, फिर उसे जगदलपुर रेफेर के दिया। फिलहाल घायल युवक खतरे से बाहर बताई जा रही है। इसके बाद डॉ प्रवीण कुमार मीटिंग के लिए रवाना हुए।
मिली जानकारी के अनुसार सीआरपीएफ 74 बटालियन के कमांडेंट प्रवीण कुमार सिंह दोरनापाल से सुकमा जरूरी उच्च अधिकारियों की मीटिंग में जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में दूब्बाटोटा एन एच 30 पर एक युवक खून से लथपथ सड़क पर पड़ा मिला। देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि उसे किसी बड़ी गाड़ी ने टक्कर मारी ही। कमांडेंट ने अपने वाहन चालक को रुकने को कहा और युवक की हालत देख घायल युवक को अपनी वाहन में उठाकर 74वाहिनी के हॉस्पिटल में ले आये जहां डॉक्टर गुरु पृथ्वी ने तत्काल उपचार किया लगातार हो रही खून के बहाव को रोका गया। साथ ही उसके आंखों के नजदीक पांच टांके लगा और सिर पर भी काफी चोट लगी थी। इसके बाद उपचार के बाद सिटी स्कैन के लिए जगदलपुर रेफेर कर दिया गया।
मामला है दोरनापाल से सुकमा जरूरी उच्च अधिकारियों की मीटिंग में जा रहे दोरनापाल में तैनात सीआरपीएफ 74 बटालियन के कमांडेंट प्रवीण कुमार सिंह ने अचानक देखा कि दूब्बाटोटा एन एच 30 पर एक युवक मोटरसाइकिल से दुर्घटना में बुरी तरह से घायल सड़क किनारे पड़ा था, जो की बुरी तरह से खून से लतपत था। कमांडेंट ने अपने वाहन चालक को रुकने को कहा और युवक की हालत देख घायल युवक को अपनी वाहन में उठाकर 74वाहिनी के हॉस्पिटल में ले आये जहां डॉक्टर गुरु पृथ्वी ने तत्काल उपचार किया लगातार हो रही खून के बहाव को रोका गया। साथ ही उसके आंखों के नजदीक पांच टांके लगा और सिर पर भी काफी चोट लगी थी। इसके बाद उपचार के बाद सिटी स्कैन के लिए जगदलपुर रेफेर कर दिया गया।
सीआरपीएफ 74 वाहिनी के CO डॉ. गुरु पृथ्वी बताया कि आज एक जरुरी मीटिंग में हमारे कमांडेंट प्रवीण कुमार सिंह जा रहे थे। लेकिन रास्ते मे बुरी तरह से घायल युवक को देख मीटिंग में लेट की परवाह किए बगैर युवक को हॉस्पिटल में पहुंचाया। यहां हमने उसका उपचार किया और जगदलपुर सिटी स्कैन के लिए भेजा गया है। घायल युवक का नाम सोनाधर नायर है।
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