बुमराह को पॉली उमरीगर अवॉर्ड, पूनम भी सम्मानित

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मुंबई टीम इंडिया के स्टार पेसर को रविवार को बीसीसीआई ने पुरस्कार (बेस्ट इंटरनैशनल क्रिकेटर ऑफ द इयर 2018-19) से सम्मानित किया। मुंबई में आयोजित बोर्ड के वार्षिक पुरस्कार समारोह में बुमराह को सम्मानित किया गया।

अर्जुन अवॉर्डी महिला क्रिकेटर पूनम यादव को बेस्ट इंटरनैशनल क्रिकेटर (महिला) अवॉर्ड दिया गया। यह महिला वर्ग में बीसीसीआई की ओर से मिलने वाला टॉप अवॉर्ड है। भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ जसप्रीत बुमराह को दिलीप सरदेसाई पुरस्कार भीदिया गया। पॉली उमरीगर ट्रोफी सर्वश्रेष्ठ पुरुष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर को दी जाती है।

ऑस्ट्रेलिया में 2018-19 में डेब्यू करने वाले मयंक अग्रवाल को पुरुष वर्ग में सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय पदार्पण जबकि 15 साल की शैफाली वर्मा को महिला वर्ग में यह अवॉर्ड मिला। मुंबई के ऑलराउंडर शिवम दुबे को रणजी ट्रोफी में सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर के लिए लाला अमरनाथ पुरस्कार दिया गया जबकि सीमित ओवरों की प्रतियोगिताओं में दिल्ली के नीतीश राणा को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए यह पुरस्कार मिला।

बुमराह को इसके साथ प्रशस्ति पत्र, ट्रोफी और 15 लाख रुपये की इनामी राशि भी मिली। दिलीप सरदेसाई पुरस्कार टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले और सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी को दिया जाता है। बुमराह ने छह मैचों में 34 विकेट चटकाए जिसमें तीन बार वह पारी में पांच या इससे अधिक विकेट हासिल करने में सफल रहे। सौराष्ट्र के टेस्ट विशेषज्ञ चेतेश्वर पुजारा को बल्लेबाजों के बीच यह पुरस्कार मिला। उन्होंने आठ मैचों में तीन शतक और दो अर्धशतक से 52.07 की औसत से 677 रन बनाए।

श्रीकांत और अंजुम को भी सम्मानपूर्व भारतीय कप्तान कृष्णमाचारी श्रीकांत और अंजुम चोपड़ा को क्रमश: कर्नल सीके नायुडू लाइफ टाइम अचीवमेंट और बीसीसीआई लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। अंजुम 100 महिला वनडे इंटरनैशनल मैच खेलने वाली पहली भारतीय हैं। अंजुम ने 17 साल के अपने करियर में 50 ओवर के चार वर्ल्ड कप और दो टी20 विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया। वहीं, 72 साल के दिलीप दोषी को स्पेशल अवॉर्ड दिया गया। इस बीच पूर्व भारतीय धुरंधर ओपनर वीरेंदर सहवाग ने पटौदी लेक्चर भी दिया।

भारत की 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे श्रीकांत लॉर्ड्स में कम स्कोर वाले फाइनल में 38 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे थे। वह भारत के कप्तान भी रहे और संन्यास लेने के बाद मुख्य चयनकर्ता भी रहे। उनके कार्यकाल के दौरान ही 2011 वर्ल्ड कप की भारतीय टीम चुनी गई थी जो विश्व चैंपियन बनी।

बुमराह ने निभाई थी ऑस्ट्रेलिया में जीत में भूमिकानंबर -1 वनडे गेंदबाज बुमराह ने पिछले साल जनवरी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था, उसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और वेस्ट इंडीज में एक पारी में 5 या उससे अधिक विकेट (5 विकेट हॉल) लेकर इतिहास रचा। वह ऐसा करने वाले पहले एशियाई बोलर बने। उन्होंने बॉर्डर-गावसकर ट्रोफी, जो सीरीज ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में हुई, में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-1 से ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका निभाई थी।

भारत की मध्यक्रम की बल्लेबाज दीप्ति शर्मा को सीनियर घरेलू सर्किट में सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेट के लिए जगमोहन डालमिया ट्रोफी दी गई जबकि जूनियर वर्ग में यह सम्मान शैफाली वर्मा को मिला। वीरेंद्र शर्मा को घरेलू क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ अंपायर चुना गया जबकि रणजी ट्रोफी जीतने के लिए विदर्भ क्रिकेट संघ को घरेलू क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का पुरस्कार मिला।

बीसीसीआई अधिकारियों ने सराहा
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने कहा, ‘बीसीसीआई पुरस्कार आयु वर्ग से सीनियर स्तर तक मैदान पर शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मान्यता देने और साथ ही अपने दिग्गजों को सम्मानित करने का हमारा तरीका है।’ बीसीसीआई सचिव जय शाह ने बताया कि इन पुरस्कार को और बड़ा बनाने के लिए इस साल चार नए वर्ग में पुरस्कार दिए गए जिसमें महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में सर्वाधिक रन और सर्वाधिक विकेट हासिल करने वाली खिलाड़ी और पुरुष तथा महिला वर्ग में सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय पदार्पण शामिल है।
(एजेंसी से इनपुट के साथ)

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