बॉर्डर पर तय समय में नई लग पाई बाड़

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नई दिल्ली
पाकिस्तान और बांग्लादेश से घुसपैठ को रोकने के लिए सीमाओं पर लगाने का काम सरकार पूरा नहीं कर पाई है। सरकार ने लोकसभा में हुए एक सवाल के जवाब में इसके पीछे कई कारण बताए हैं। बाड़ न लगने के कारण दोनों पड़ोसी देशों से सटी 1200 किलोमीटर से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय सीमा असुरक्षित है।

दुर्गम भूभाग की वजह से हुई देरी
ने मंगलवार को लोकसभा में हुए एक सवाल के जवाब में बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर बाड़ लगाने का काम विभिन्न कारणों से पूरा नहीं किया जा सका है। उन्होंने इसके पीछे दुर्गम भूभाग, नदी तटीय और दलदली भूमि, मौसम, भूमि के अधिग्रहण संबंधी समस्याओं, स्थानीय लोगों और बांग्लादेश के विरोध को प्रमुख कारण बताया है।

सीमा रक्षक बल नियमित लगाते हैं गश्त
गृह राज्यमंत्री ने भारत-पाकिस्तान सीमा को लेकर कहा कि यहां प्रमुख तौर पर नदी तटीय दलदली भूमि और दुर्गम भूभाग के कारण बाड़ लगाने का काम नहीं हुआ है। फिर भी सरकार बाड़ लगाने के कार्य की निगरानी कर रही है। उन्होंने बताया कि अवैध घुसपैठ रोकने के लिए सीमा रक्षक बल नियमित गश्त और नाके लगाते हैं। जांच चौकियों के साथ सुरंग-रोधी अभ्यास भी की जाती है। गृह राज्यमंत्री ने बताया कि बांग्लादेश सीमा पर दुर्गम नदी व तटीय इलाका होने के कारण बाड़ लगाना संभव नहीं है।

बांग्लादेश की सीमा ज्यादा असुरक्षित
पाकिस्तान से भारत की कुल 2289.66 किलोमीटर की सीमा है, जिसमें बाड़ से कवर की गई अंतरराष्ट्रीय सीमा 2040.559 किलोमीटर है, वहीं 249.101 किलोमीटर सीमा खुली है, जहां बाड़ नहीं लगा है।

पाकिस्तान सीमा से सटे देश के राज्यों में जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात हैं। इसी तरह भारत-बांग्लादेश सीमा की लंबाई 4096.7 किलोमीटर है, जिसमें से 3115.074 किलोमीटर की सीमा को बाड़ से कवर कर लिया गया है, जबकि 981.626 किलोमीटर की सीमा पर बाड़ नहीं लग सका है। इस प्रकार देखें तो भारत की पाकिस्तान और बांग्लादेश से सटी 1230.727 किलोमीटर की सीमा पर बाड़ नहीं लग सका है।

दरअसल, तीन सांसदों- प्रो. महेंद्र मुंजपरा, रेबती त्रिपुरा और श्याम सिंह यादव ने मंगलवार को गृहमंत्री से पूछा था कि क्या यह सच है कि भारत-बांग्लादेश और भारत-पाकिस्तान सीमा पर बाड़ लगाने का काम पूरा नहीं हुआ है? जवाब में गृह राज्यमंत्री ने बाड़ लगाने में आने वाली परेशानियों का हवाला देते हुए आंकड़ा जारी किया।

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