बॉर्डर पर मिली 20 मीटर लंबी सुरंग, रेत की बोरियों पर पाकिस्तान में बने होने के सबूत

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सांबा
पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराने में इस्तेमाल होने वाली एक सुरंग को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने खोज निकाला है। बीएसएफ के अधिकारियों का कहना है कि यह सुरंग पूरी प्लानिंग के साथ बनाई गई है और इसमें पाकिस्तान की भी मिलीभगत है। बीएसएफ ने कहा है कि पाकिस्तान के सामने भी यह बात रखी जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि यह सुरंग जीरो लाइन से लगी हुई है और इसकी लंबाई लगभग 20 मीटर है।

जम्मू में बीएसएफ के आईजी एनएस नरवाल ने कहा, ‘जो रेत की बोरियां सुरंग में इस्तेमाल हुई हैं, उसमें पाकिस्तान की मार्किंग है। यह दर्शाता है कि सुरंग पूरी प्लानिंग और इंजनियरिंग लगाकर ही बनाई गई है। बिना पाकिस्तानी रेंजर्स और अन्य एजेंसियों की सहमति और सहयोग के इतनी बड़ी सुरंग बनाना संभव ही नहीं है।’

बाकी सुरंगों की खोज के लिए जारी है अभियान
बीएसएफ ने पूरे इलाके में बड़ा अभियान चलाया है ताकि पता लगाया जा सके कि कहीं और भी ऐसी सुरंगें तो नहीं हैं। इसके साथ ही, इस मिली सुरंग को लेकर विश्लेषण किया जा रहा है, जिसका इस्तेमाल संभवत: आतंकवादियों की घुसपैठ और मादक पदार्थों तथा हथियारों की तस्करी के लिए किया गया हो। अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ महानिदेशक राकेश अस्थाना ने सीमा पर तैनात कमांडरों को निर्देश दिया है कि वे सुनिश्चित करें कि सीमा पर घुसपैठ रोधी प्रणाली प्रभावी रहे और इस सीमा पर कोई खामी नहीं रहे।

बताया गया कि हाल में हुई बारिश के बाद कुछ स्थानों पर जमीन धंसने से बीएसएफ को आशंका हुई। अधिकारी ने बताया कि सुरंग का पता लगाने के लिए तत्काल मशीन मंगाई गई, मौके पर निरीक्षण करने पर पता चला कि सुरंग निर्माणाधीन है, जिसकी लंबाई करीब 20 मीटर है। सूत्रों के मुताबिक, सुरंग करीब 25 फुट की गहराई में बनाई गई थी और यह बीएसएफ की ‘व्हेलबैक’ सीमा चौकी के नजदीक खुलती है। उन्होंने बताया कि बीएसएफ ने ऐसे अन्य किसी गुप्त ढांचे का पता लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बड़ा अभियान चलाया है।

‘पाकिस्तान से की जाएगी शिकायत’
आईजी एन एस नरवाल ने आगे कहा, ‘सांबा इलाके में ऐसी सुरंग के बारे में हमें काफी समय से इनपुट्स मिल रहे थे। शुक्रवार को एक स्पेशल टीम ने इस सुरंग को खोज ही निकाला। यह सुरंग जीरो लाइन से लगकर लगभग 20 मीटर लंबी है। सुरंग के मुंहाने पर बाकायदा रेत की बोरियां लगाकर इसे ठोस बनाया गया है। इस बारी में पाकिस्तानी प्रशासन से बात की जाएगी और उनसे दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मागं की जाएगी।’

बताया गया है कि यह सुरंग पाकिस्तान में शुरू होती है और सांबा सेक्टर में काफी अंदर आकर खत्म होती है। जो बोरियां इसे बनाने में इस्तेमाल हुई हैं, वो पाकिस्तान के कराची में स्थित एक पॉलिमर कंपनी की हैं। भारत में यह सुरंग लगभग 20 मीटर लंबी है और 3-4 फीट चौड़ी है। सुरंग का मुहाना भारत की ओर इंटरनैशनल बॉर्डर से 170 मीटर अंदर मिला है।

सुरंग से सिर्फ 700 मीटर दूर है पाकिस्तानी चौकी
सुरंग से पाकिस्तानी सीमा चौकी ‘गुलजार’ की दूरी करीब 700 मीटर है। उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगते पंजाब में पांच हथियारबंद घुसपैठियों के हाल में मारे जाने के बाद बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बड़ा सुरंग खोज अभियान चलाया है। पाकिस्तान से लगती करीब 3,300 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी बीएसएफ के हाथों में है और पहले भी सीमा से लगते जम्मू के इलाकों में सुरंगों का पता चला है।

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