‘विजडन’ ने ब्लैकवुड के हवाले से कहा, ‘पहली गेंद से ही कप्तान बेन स्टोक्स मुझे कुछ ना कुछ कह रहे थे। मुझे लगता है कि वे कोशिश कर रहे थे कि मैं खराब शॉट खेलूं लेकिन किसी भी समय मेरा ध्यान नहीं भटका। जब मैं क्रीज पर था तो वे दबाव में थे, मैं नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘उन्हें पता था कि वे मुझे खराब गेंद नहीं फेंक सकते। मुझे याद नहीं कि वे क्या कह रहे थे लेकिन कुछ बुरा नहीं कहा। यह क्रिकेट है। आपको हमेशा कुछ ना कुछ सुनने को मिलता है और खेल इसी तरह खेला जाता है।’
वेस्टइंडीज ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 12 ओवर में 27 रन पर ही तीन विकेट गंवा दिए थे लेकिन ब्लैकवुड ने अंतिम दिन रोस्टन चेस और शेन डाउरिच के साथ दो महत्वपूर्ण साझेदारियां करके टीम को मुकाबले में बनाए रखा। वेस्टइंडीज को हालांकि जब जीत के लिए सिर्फ 11 रन की जरूरत थी तब ब्लैकवुड आउट हो गए। वह जेम्स एंडरसन की गेंद पर मिड आफ पर कैच दे बैठे और पांच रन से शतक से चूक गए।
वेस्टइंडीज के मुख्य कोच फिल सिमंस ने पूरी पारी के दौरान धैर्य बरकरार रखने के लिए ब्लैकवुड की सराहना की। सिमंस ने कहा, ‘मैंने महसूस ही नहीं किया कि इंग्लैंड ऐसा कर रहा था लेकिन ब्लैकवुड का ध्यान भटकाने के प्रयास में मैं भी ऐसा ही करता।’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन उसने धैर्य बनाए रखा और स्थिति के अनुसार खेला। यह दर्शाता है कि उसकी मानसिकता में सुधार हो रहा है।’ दूसरा टेस्ट ओल्ड ट्रैफर्ड में गुरुवार से शुरू होगा।