दंतेवाडा: कोरोना वायरस को लेकर भारत सहित पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है। वहीं, दूसरी ओर भारत में भी कोरोना संक्रमितों के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। हालात को देखते हुए सरकार ने पूरे देश में लॉक डाउन कर दिया है। इस दौरान पूरे देशवासियों से अपील की गई है कि वो लॉक डाउन का कड़ाई से पालन करें। कोरोना के खिलाफ जंग जीतने का यही एक रास्ता है। इसी कड़ी में दंतेवाड़ा जिले के आदिवासियों ने सोशल डिस्टेंस का पालन कर अनोखी मिशाल पेश की है।
दरअसल शहरों में लॉक डाउन के पालन के लिए पुलिस को लठी डंडों का इस्तेमाल करना पढ़ रहा है, लेकिन ग्रामीण अंचलों में शिक्षा का आभाव होने कें बावजूद लोग खुद ही इस बीमारी से बचने के लिए लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंस के नियमों का पालन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि ग्रामीण इलाकों में गांव के बाहर ही बेरियर लगा दिया गया है, जिससे आने-जाने वाले लोगों का गांव में प्रवेश करने से पहले जांच किया जा सके।
वहीं, दूसरी ओर सर्व आदिवासी समाज ने भी कोरोना के खिलाफ एक मुहिम छेड़ रखी है। समाज के लोग लगातार इलाके के गांवों का दौरा कर लोगों को जागरूक करने में लगे हुए हैं। वे गांव के लोगों को लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंस का पालन करने की समझाइश दे रहे हैं। सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष धीरज ने बताया कि हम ग्रामीणों को हल्बी और गोंडी में समझा रहे हैं। ताकि उन्हें आसानी से इस वायरस को लेकर अवगत कराया जा सके।
इस दौरान ग्रामीणों को जागरूक करने पहुंचे जनपद सदस्य राजू भास्कर ने बताया कि हमने ग्रामीणों को समझाने के लिए गांव गांव जाकर लोगों को समझाने का फैसला लिया है। इससे लोगो को जागरूक किया जा सके। वहीं, गांव के बाहर से आने वालों के लिए बाहर ही उन्हें रोकने के लिए ही व्यवस्था की गई है और उन्हें खाने पीने की व्यस्था की गई है।