भूपेश बघेल की संवेदनशील सरकार द्वारा जनजातीय युवाओं को विशेष शिक्षक की नियुक्ति प्रदान करना प्रशंसनीय -कांग्रेस

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने भूपेश बघेल सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा है कि विशेष पिछड़ी जनजातियों के पढ़े-लिखे युवाओं को विशेष शिक्षक का दर्जा देकर नियुक्ति प्रदान करने की प्रक्रिया को सराहनीय एवं संवेदनशील कदम बताया है। जशपुर जिले के पहाड़ी कोरवा और बिरहोर जनजाति युवाओं की नियुक्ति से जनजातियों की सामाजिक एवं आर्थिक स्तर में व्यापक परिवर्तन आएगा। छत्तीसगढ़ में बैगा, कमार, बिरहोर, पहाड़ी कोरवा और अबूझमाड़िया को विशेष जनजातिय का दर्जा प्राप्त है। यह जनजातियां अपना अस्तित्व बचाने संघर्ष कर रही थी।सरकार के संरक्षण से अब बड़े पैमाने पर सुधार आ रहा है। गरीबी अशिक्षा और बेरोजगारी के दलदल में फंसी- धंसी इन विशेष जनजातियों को विकास के जिस मुकाम की जरूरत थी, छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद भूपेश बघेल की सरकार ने इन वर्गों को मुख्यधारा में लाने हेतु एड़ी चोटी लगा दिया है। सभी योजनाओं का लाभ ना सिर्फ इन जनजातियों तक पहुंच रहा है, बल्कि उन्हें रोजगार प्रदान करने में सरकार की विशेष भूमिका कारगर सिद्ध हो रही है। विकास कार्यों के लिए ना बजट की कमी आड़े आ रही है और ना ही शिक्षा तथा कुपोषण को लेकर कोई लापरवाही बरती जा रही है।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने कहा है कि जहां यह जनजाति विलुप्त हो रही थी, अब जनसंख्या में उत्तरोत्तर वृद्धि से स्पष्ट हो रहा है कि ना सिर्फ इनके जीवन स्तर में सुधार हो रहा है अपितु कुपोषण से निजात मिल रही है और संक्रामक रोगों से होने वाली मौतों को भी सरकार की सक्रियता से मात दी गई है। छत्तीसगढ़ के रायगढ़, जशपुर, कोरबा, कबीरधाम, सरगुजा, नारायणपुर, बिलासपुर, बस्तर जिले में इन विशेष जनजातियों के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक, विकास की जिम्मेदारी इसी तरह शिक्षित युवाओं को प्रदान की जा रही है। सरकार द्वारा विशेष जनजातिय क्षेत्रों में शिक्षित युवाओं को रोजगार प्रदान करके इन वर्गों को सुदृढ़ बनाए जाने की दिशा में किया जा रहा प्रयास मील का पत्थर साबित होगा।

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