मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार के कैबिनेट विस्तार की सुगबुगाहट होते ही मंत्री बनने की हसरत पाले विधायकों ने लॉबिंग तेज कर दी है। वहीं, एक-दूसरे का पत्ता काटने की राजनीति भी शुरू हो गई है। विंध्य क्षेत्र के वरिष्ठ बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल भी मंत्री बनने के दावेदारों में शामिल हैं, लेकिन क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ बगावत का बिगुल बजा दिया है।
कार्यकर्ताओं का आरोप, मिलते नहीं शुक्ला
विंध्य क्षेत्र के पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने मीटिंग करके राजेंद्र शुक्ल को मंत्रिमंडल में शामिल करने का विरोध किया है। उन्होंने अपनी बात पार्टी संगठन के शीर्ष पदाधिकारियों तक पहुंचा दी है। नाराज कार्यकर्ताओं का आरोप है कि मंत्री बनने के बाद राजेंद्र शुक्ल उनसे मिलते तक नहीं। कार्यकर्ताओं का यह भी कहना है कि रीवा की सारी सीटें जीतने का श्रेय सिर्फ राजेंद्र शुक्ल को नहीं दिया जाना चाहिए। विंध्य क्षेत्र में पार्टी संगठन में शामिल एक पदाधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि पार्टी एवं कार्यकर्ताओं में अपनी पकड़ ढीली पड़ने देने वाले नेता को मंत्री नहीं बनाना चाहिए। उनका भी स्पष्ट इशारा शुक्ल की ओर ही है।
यह भी पढ़ेंः
पार्टी का ब्राह्मण चेहरा
राजेंद्र शुक्ल विंध्य क्षेत्र में बीजेपी का सबसे बड़ा ब्राह्मण चेहरा हैं। उनका मंत्रिमंडल में शामिल होना करीब-करीब तय माना जा रहा है, लेकिन कार्यकर्ताओं का विरोध उनकी संभावनाओं में पलीता लगा सकता है। वैसे भी विंध्य क्षेत्र से कई अन्य ब्राह्मण नेता भी इस बार अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। इनमें नारायण त्रिपाठी का नाम सबसे आगे है। उनके अलावा रीवा के ही गिरीश गौतम व केदारनाथ शुक्ला भी मंत्री बनने की दौड़ में शामिल हैं।
विरोध का कारण कहीं ये तो नहीं
इधर, सतना के सांसद गणेश सिंह भी अपने समर्थक विधायकों को मंत्री बनाने की जुगत में लगे हैं। वे अमरपाटन विधानसभा क्षेत्र से विधायक रामखेलावन पटेल को मंत्री बनवाना चाहते हैं। क्षेत्र में दबी जुबान से ऐसी चर्चाएं भी चल रही हैं कि राजेंद्र शुक्ल का विरोध गणेश सिंह के इशारे पर ही हो रहा है।
यह भी पढ़ेंः
भोपाल में डटे राजेंद्र शुक्ल
कार्यकर्ताओं और पार्टी कैडर के विरोध के बावजूद राजेंद्र शुक्ल के जोश में कोई कमी नहीं दिख रही। वे अपने समर्थक विधायकों और कार्यकर्ताओं को लेकर भोपाल में डटे हुए हैं व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बार-बार मिल रहे हैं।