भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता तथा पूर्व रेलराज्य मंत्री () अब केंद्रशासित जम्मू और कश्मीर के नए लेफ्टिनेंट गवर्नर ( Lieutenant Governor) बनेंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गिरीश चंद्र मुर्मु (GC Murmu) का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भरोसेमंद नेताओं में गिने जाने वाले मनोज सिन्हा उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से सांसद रह चुके हैं। केंद्र में मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में उनके पास रेलवे के राज्यमंत्री और संचार राज्यमंत्री का कार्यभार था। 2017 में वह यूपी के मुख्यमंत्री पद की रेस में भी आगे थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार मिली।
राष्ट्रपति ने स्वीकार किया मुर्मू का इस्तीफा
गुजरात कैडर के 1985 बैच के आईएएस अधिकारी जीसी मुर्मु नरेंद्र मोदी के सूबे के मुख्यमंत्री रहने के दौरान उनके प्रधान सचिव रह चुके हैं। उनका इस्तीफा उसी दिन हुआ, जब ठीक एक साल पहले जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 और 35 ए के प्रावधानों को समाप्त कर दिया गया था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुर्मू का इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है।
पिछले साल 31 अक्टूबर 2019 को पूर्ववर्ती जम्मू एवं कश्मीर राज्य के दो केंद्रशासित प्रदेशों- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के तौर पर विभाजन के वजूद में आने के बाद मुर्मु नए नवेले केंद्रशासित प्रदेश के पहले एलजी बने थे। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक की जगह ली थी।