बीते साल आईपीएल में जोस बटलर का अश्विन द्वारा किया गया ‘मांकडिंग’ आउट तो आपको याद ही होगा। किंग्स XI पंजाब के कप्तान रविचंद्रन अश्विन ने तब अपनी ही गेंद पर बॉल फेंकने से पहले जोस बटलर को (रन आउट) किया था। तब कई दिग्गजों ने अश्विन की खेल भावना पर सवाल उठाए थे, तो कइयों ने इसे तय नियमों के मुताबिक ही बताया। अब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ने आउट होने के इस स्टाइल पर अपने विचार रखे हैं। गिलेस्पी के मुताबिक इसे (मांकडिंग) के नाम से पुकारने की बजाए इसे सही नाम देना चाहिए।
जेसन गिलेस्पी आज माइक्रोब्लॉगिंग सोशल वेबसाइट टि्वटर पर अपने फैन्स के साथ जुड़े हुए थे। वह फैन्स के क्रिकेट से जुड़े हर सवाल पर अपनी राय दे रहे थे। इस दौरान एक फैन्स अश्विन के बटलर को ‘मांकडिंग आउट’ करने का उदाहरण रखते हुए इसकी पहचान मांकडिंग के बजाए बल्लेबाज (बिल ब्राउन) के नाम पर रखने की बात कही, जो मांकडिंग का पहली बार शिकार हुए थे।
इसके जवाब में गिलेस्पी ने लिखा, ‘मांकडिंग के स्थान पर आउट होने के इस तरीके का नाम सचमुच होना चाहिए ‘नशे में होने के चलते रनआउट’ (रन आउट ड्यू टू डोपीनेस (नशे में)) करार दिया। यानी बल्लेबाज के सतर्क न रहने कारण उसे आउट किया गया।
बता दें भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और महान टेस्ट बल्लेबाज सुनील गावसकर हमेशा से यह सवाल उठाते रहे हैं कि रन आउट के इस ढंग वीनू मांकड़ के नाम पर क्यों पुकारा जाता है। वीनू मांकड़ ने सबसे पहले 1947 में इस रन आउट का प्रयोग बिल ब्राउन को आउट करने लिए किया था। लेकिन उन्होंने बिल को आउट करने से पहले उन्हें चेतावनी दी थी।
गावसकर बार-बार कहते आए हैं, ‘बिल ब्राउन आउट हुए थे तो इसे मांकडिंग क्यों कहते हैं? इसका नाम ‘ब्राउंड’ होना चाहिए।’ गिलेस्पी से सवाल करने वाले टि्वटर यूजर ने भी यही सवाल किया था।