राजस्थान में जारी सियासी संकट (Rajasthan Government Crisis) अब खत्म होता दिख रहा है। कांग्रेस के बागी नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष (Rahul Gandhi) और पार्टी महासचिव (Priyanka Gandhi) से भी मुलाकात हुई। मुलाकात के बाद कांग्रेस आलाकमान ने औपचारिक बयान जारी कर कहा है कि दोनों के बीच सकारात्मक बातचीत हुई। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने सचिन पायलट का कांग्रेस में दोबारा से स्वागत किया है।
सिंघवी ने कहा, ‘सचिन पायलट का वापस आने के लिए स्वागत। राजस्थान भवन की इमारत उनका इंतजार कर रही है। राहुल गांधी और पूरी टीम अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला, केसी वेणुगोपाल को बहुत बधाई जोकि मेरे गृह राज्य से ताल्लुक रखते हैं।’ को भूलना नहीं चाहिए जिनका राजनीतिक अनुभव रेअर ही फेल ही होता है।’
कांग्रेस ने कहा, सब ठीक हैऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, ‘सचिन पायलट ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के साथ मुलाकात की। सचिन पायलट ने राहुल गांधी से और विस्तार से अपनी शिकायतों को व्यक्त किया।’ उन्होंने कहा कि पायलट और राहुल के बीच स्पष्ट, खुली और निर्णायक चर्चा हुई है। वेणगोपाल ने आगे कहा कि सचिन पायलट ने राजस्थान में कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस सरकार के हित में काम करने के लिए प्रतिबद्ध किया है।
सोनिया गांधी ने किया फैसलाकांग्रेस के हवाले से कहा गया है कि इस बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने फैसला किया है कि एआईसीसी सचिन पायलट और उनके समर्थित विधायक द्वारा उठाए गए मुद्दों के समाधान के लिए एक तीन सदस्यीय समिति का गठन करेगी और उसके बाद एक उचित प्रस्ताव पर पहुंचेगी।
दोनों के बीच बातचीत सकारात्मकसूत्रों ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच हुई यह मुलाकात काफी सकारात्मक रही है। बता दें कि 14 अगस्त से राजस्थान में विधानसभा का सत्र है। माना जा रहा है कि सत्र से पहले ये सुलह के संकेत हैं। कांग्रेसी सूत्रों के हवाले से मालूम हुआ है कि सचिन पायलट की राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के साथ मीटिंग सफल रही है। पायलट पार्टी आलाकमान से सीधे संपर्क में हैं और आलाकमान उनकी वापसी के लिए एक योजना में काम कर रही है। राजस्थान विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले पार्टी सबकुछ सही करना चाहती है और पायलट की दोबारा ताजपोशी भी अब इस मुलाकात के बाद पक्की दिख रही है।
राहुल-सचिन मुलाकात, राजस्थान में बन गई बात?बता दें कि राजस्थान में पिछले एक महीने से ज्यादा वक्त से सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सियासी कुश्ती चल रही है। पायलट को राहुल का करीबी माना जाता है। गहलोत ने जरूर पायलट के खिलाफ तल्ख टिप्पणी की थी लेकिन राहुल ने सचिन के खिलाफ कुछ नहीं बोला था। बताया जा रहा है कि राहुल के करीबी राजीव सातव लगतार सचिन से संपर्क में थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने भी सचिन को मनाने की पुरजोर कोशिश की है।