मारिया के बहाने फिर निकला हिंदू आतंक का जिन्‍न

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नई दिल्‍ली
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्‍नर राकेश मारिया की किताब में को हिंदू आतंकवाद का रूप देने की पाकिस्‍तानी साजिश के खुलासे के बाद केंद्रीय रेल एवं वाणिज्‍य मंत्री ने मारिया के साथ-साथ कांग्रेस पर जोरदार हमला किया है। मारिया के दावे पर सवाल उठाते हुए पीयूष गोयल ने कहा मारिया को उसी समय यह बात सार्वजनिक करनी चाहिए थी। पीयूष गोयल ने कांग्रेस नेता चिदंबरम पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्‍होंने ही सबसे पहले हिंदू आतंकवाद के झूठे आरोप लगाकर गहरी साजिश रची थी।

मारिया की किताब पर प्रतिक्रिया देते हुए पीयूष गोयल ने कहा, ‘मारिया ने ये सब बातें अब क्‍यों बोलीं, जब वह पुलिस कमिश्‍नर थे तब उन्‍हें यह सब बताना चाहिए था। मेरे विचार में यह कांग्रेस और यूपीए सरकार ने गहरी साजिश रची थी और झूठ और फरेब का एक और नमूना हम लोगों ने देखा था। उन्‍होंने चिदंबरम के कहने पर हिंदू आतंकवाद का झूठा आरोप लगाया था।’

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‘कांग्रेस ने हिंदू आतंकवाद का झूठा आरोप लगाया’पीयूष गोयल ने आगे कहा, ‘मैं कांग्रेस और उन सब लोगों की निंदा करता हूं जो हिंदू आतंकवाद के झूठे आरोप लगाकर देश में भ्रम फैला रहे थे। कांग्रेस को उसका खामियाजा साल 2014 और 2019 के चुनावों में उठाना पड़ा। देश की जनता ने उन्‍हें नकार दिया। आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, आतंकवादी आतंकवादी होता है। उस समय कांग्रेस ने झूठे आरोपों पर कुछ लोगों को फंसाने की कोशिश की थी उसकी हमारी सरकार घोर निंदा करती है।’

कसाब की हाथ में बंधा था कलावा, नाम था हिंदूगौरतलब है कि मारिया ने अपनी किताब में लिखा है कि 26 नवंबर, 2008 के मुंबई हमले में शामिल पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद अजमल आमिर कसाब अगर मौके पर ही मारा जाता तो आज दुनिया इस घटना को शायद हिंदू आतंकवाद मान रही होती। अटैक को अंजाम देने वाला पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने इसे भारत के ही हिंदुओं की ओर से किए गए आतंकवादी हमले का रूप देने की बेहद खतरनाक साजिश रची थी। इसके लिए कसाब की कलाई पर हिंदुओं का पवित्र धागा ‘कलावा’ बांधा गया और पहचान पत्र (आईडी) में बेंगलुरु निवासी बताते हुए समीर दिनेश चौधरी नाम दिया गया था।

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इसे ‘हिंदू आतंकवादियों’ का हमला बताने की साजिश थीपूर्व पुलिस कमिश्नर ने अपनी पुस्तक में लिखा है कि अगर लश्कर का प्लान सफल हो जाता तो सारे अखबार और टीवी चैनलों पर ‘हिंदू आतंकवाद’ की हेडिंग ही दिखती। उन्होंने लिखा, ‘तब अखबारों की हेडलाइंस चीख रही होतीं कि कैसे हिंदू आतंकवादियों ने मुंबई पर हमला किया। मारिया की किताब आने से पहले भी खबरों में बताया जा चुका है कि मुंबई हमलों में शामिल आतंकवादियों के पास हैदराबाद के अरुणोदय कॉलेज के आईडी कार्ड्स थे।

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