मैदान पर फिर बोलेगा युवराज का बल्ला, कैंसर को मात देने वाला चैंपियन कर रहा वापसी

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दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने 2019 में इंटरनैशनल और डोमेस्टिक क्रिकेट से संन्यास लिया था, लेकिन अब वह अपना फैसला बदलना चाहते हैं। वह घरेलू क्रिकेट में पंजाब के लिए टी-20 खेलना चाहते हैं और इस बारे में उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरभ गांगुली को पत्र लिखकर अनुमति भी मांगी है। 2007 में टी-20 और 2011 में वनडे विश्व विजेता टीम के सदस्य रहे युवी फाइटर हैं। वह क्रिकेट मैदान ही नहीं, बल्कि निजी जीवन में भी चैंपियन हैं।

विश्व कप विजेता पूर्व भारतीय हरफनमौला युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने पंजाब क्रिकेट संघ (पीसीए) के अनुरोध पर संन्यास से वापसी करने का फैसला किया है। विश्व कप 2011 के ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नमेंट’ रहे युवराज ने पिछले साल जून में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की थी।

जानलेवा कैंसर को भी मात दे चुके हैं विश्व विजेता युवराज सिंह, ऐसा है करिश्माई करियर

दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने 2019 में इंटरनैशनल और डोमेस्टिक क्रिकेट से संन्यास लिया था, लेकिन अब वह अपना फैसला बदलना चाहते हैं। वह घरेलू क्रिकेट में पंजाब के लिए टी-20 खेलना चाहते हैं और इस बारे में उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरभ गांगुली को पत्र लिखकर अनुमति भी मांगी है। 2007 में टी-20 और 2011 में वनडे विश्व विजेता टीम के सदस्य रहे युवी फाइटर हैं। वह क्रिकेट मैदान ही नहीं, बल्कि निजी जीवन में भी चैंपियन हैं।

​कैंसर को दी मात
​कैंसर को दी मात

वर्ल्ड कप 2011 के बाद युवराज की सेहत से जुड़ी जो खबर सामने आई थी, उसने उनके फैन्स और भारतीय टीम को झकझोर दिया था। युवराज सिंह के फेफड़े में कैंसर ट्यूमर डिटेक्ट हुआ था और उन्हें इसके इलाज के लिए लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ा था। युवराज इस ट्यूमर की पीड़ा के साथ ही वर्ल्ड कप में खेले थे और उन्होंने तब यह बात किसी को जाहिर नहीं की थी। तब वह भारत के लिए हर मैच में खुद को लगातार साबित कर रहे थे। उन्होंने क्रिकेट से ब्रेक लिया और फिर इस जानलेवा बीमारी को हराकर वापसी की।

​रेकॉर्ड 6 गेंदों में 6 छक्के और सिर्फ 12 गेंदों में फिफ्टी
​रेकॉर्ड 6 गेंदों में 6 छक्के और सिर्फ 12 गेंदों में फिफ्टी

2007 वर्ल्ड टी20 में इंग्लैंड के खिलाफ स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ही ओवर में लगातार 6 छक्के और इस मैच में सिर्फ 12 बॉल पर बनाए अर्धशतक का वर्ल्ड रेकॉर्ड आज भी उनके नाम है। इस चैंपियन खिलाड़ी ने अपने इंटरनैशनल करियर में 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 टी20I मैच खेले। 304 वनडे में से युवराज ने भारत के लिए 301, जबकि बाकी 3 वनडे एशिया XI के लिए खेले।

​वर्ल्ड कप-2011 के हीरो
​वर्ल्ड कप-2011 के हीरो

टीम इंडिया की वर्ल्ड कप 2011 जीत में वह सबसे बड़े हीरो साबित हुए थे और इस टूर्नमेंट में उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से खुद को बार-बार साबित किया था। उस विश्व कप में उनके शानदार खेल के लिए उन्हें मैन ऑफ द टूर्नमेंट चुना गया था। इस वर्ल्ड कप में उन्होंने 362 रन और 15 विकेट अपने नाम किए थे।

​ऐसा है धांसू करियर
​ऐसा है धांसू करियर

40 टेस्ट की 62 पारियों में युवी के नाम कुल 1900 रन हैं, जिसमें 3 शतक और 11 हाफ सेंचुरी उनके नाम हैं। वहीं उनके वनडे करियर की बात करें तो युवराज ने 278 पारियों में कुल 8701 रन अपने नाम किए। इस दौरान उनके बल्ले से 14 शतक और 52 अर्धशतक निकले। 58 टी20I में 1177 रन बनाने वाले युवराज ने नाम यहां 8 हाफ सेंचुरी दर्ज हैं। उन्होंने टेस्ट में कुल 9, वनडे में 111 और टी20I में 28 विकेट अपने नाम किए हैं।

​संन्यास के बाद खेल रहे विदेशी लीग
​संन्यास के बाद खेल रहे विदेशी लीग

वर्ल्ड कप 2019 (World Cup 2019) की वर्ल्ड कप टीम में युवराज को नहीं चुना गया था और इसके बाद ही उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया। इसके बाद से वह विदेशों में लीग खेल रहे हैं। वह कनाडा की टी-20 लीग का हिस्सा थे, जबकि बिग बैश में खेलने की बात कही जा रही थी, लेकिन अब उनके घरेलू क्रिकेट में वापसी की चर्चा होने लगी है।

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