राहुल द्रविड़ और लक्ष्मण इसलिए आए यादउन्होंने भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया कोलकाता टेस्ट की चर्चा करते हुए कहा, ‘2001 में खेली गई भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज आपको याद है? हमारी क्रिकेट टीम मुश्किल से गुजर रही थी। मूड बहुत अच्छा नहीं था, लेकिन ऐसे मौके पर हम राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण को कैसे भूल सकते हैं… उन्होंने मैच का रुख ही मोड़ दिया था।’ बता दें कि इस मैच का दोनों ही खिलाड़ियों के करियर का सबसे महत्वपूर्ण स्थान है।
कुंबले का किया जिक्रउन्होंने इसके बाद अनिल कुंबले का उदाहरण देते हुए छात्रों को प्रोत्साहित किया। पीएम ने कहा, ‘अनिल कुंबले द्वारा टूटे जबड़े के साथ की गई वेस्ट इंडीज में बोलिंग को कौन भूल सकता है? वह न केवल चोट के बावजूद मैदान पर उतरे, बल्कि ब्रायन लारा जैसे बल्लेबाज का विकेट भी लिया। यह प्रेरणा और सकारात्मक सोच का ही कमाल था।’ यह मैच कुंबले के क्रिकेट करियर का मील का पत्थर साबित हुआ था।
टूटे जबड़े के साथ उतरे और लारा को किया आउटदरअसल, वेस्ट इंडीज के खिलाफ सेंट जॉन्स में मई 2002 में खेले गए इस मुकाबले में कुंबले मैदान पर फ्रेक्चर्ड जबड़े के साथ उतरे थे। कुंबले को यह चोट मैदान पर बल्लेबाजी करते हुए लगी थी। कुंबले ने इस टूटे हुए जबड़े के साथ 14 ओवर गेंदबाजी की और ब्रायन लारा का बेशकीमती विकेट लिया था। तब कुंबले ने कहा था, ‘यह एक जोखिम भरा काम था लेकिन मैंने सोचा कि यह जोखिम लिया जा सकता है। मुझे कम से कम इस बात की तो खुशी रहेगी कि मैंने अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ दिया।’
लक्ष्मण और द्रविड़ ने छुड़ाए कंगारुओं के छक्के2001 में सीरीज के दूसरे टेस्ट, जो 11 मार्च से शुरू हुआ था, में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 445 रन बनाए, जिसके बाद भारतीय टीम पहली पारी में केवल 171 रन बना सकी। उसे फॉलोऑन करना पड़ा और तीसरे दिन तक भारत पर हार के बादल मंडरा रहे थे। सौरभ गांगुली की कप्तानी वाली भारतीय टीम और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लक्ष्मण और द्रविड़ का बल्ला ऐसा चला कि मेहमानों के छक्के छूट गए। मुंबई में पहला टेस्ट हार चुकी भारतीय टीम कोलकाता के ईडन गार्डंस में फॉलोऑन पारी खेल रही थी। तीसरे दिन तक भारत ने 4 विकेट पर 254 रन बनाए थे।
भारत ने 171 रन से जीता थाक कोलकाता टेस्टतब मैच के चौथे दिन लक्ष्मण और द्रविड़ ऐसा टिके कि दिन में भारत का एक भी विकेट नहीं गिरा और स्कोर 589 रन तक पहुंच गया। पांचवें विकेट के लिए लक्ष्मण (281) और द्रविड़ (180) ने 376 रन जोड़े। भारत ने अपनी फॉलोआन पारी 657/7 पर घोषित कर दी। लक्ष्मण ने 631 गेंदों की अपनी पारी में 44 चौके लगाए जबकि द्रविड़ ने 446 गेंदों पर 20 चौके जड़े। इस तरह ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 384 रन का टारगेट मिला। ऑस्ट्रेलियाई टीम की दूसरी पारी 68.3 ओवरों में 212 रन पर सिमट गई और भारत ने यह टेस्ट मैच 171 रनों से जीत लिया।
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