मोदी ने देखी बंगाल-ओडिशा की तबाही, बड़ी बातें

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नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को और में अम्फान चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लिया। प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल को 1000 करोड़ रुपये और ओडिशा को 500 करोड़ रुपये की फौरी राहत देने का ऐलान किया। इसके अलावा दोनों राज्यों में मृतकों के परिजन को 2-2 लाख और गंभीर घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की है।

दिल्ली वापस आने पर उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर ओडिशा और पश्चिम बंगाल को संकट के समय में साथ खड़े होने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि साइक्‍लोन ने भारत के पूर्वी तटीय क्षेत्र को प्रभावित किया और उसमें भी सबसे ज्‍यादा दुष्‍परिणाम पश्चिम बंगाल के हमारे भाइयों-बहनों को झेलने पड़े हैं। उन्होंने कहा, ‘आज मैंने हवाई निरीक्षण कर बारीकी से मुख्‍यमंत्री, गवर्नर के साथ दौरा कर हालात को देखा है। मुख्‍यमंत्री ने विस्‍तार से मेरे सामने प्राथमिक आकलन का ब्‍यौरा दिया है। हमने तय किया है कि हो सके उतना जल्‍द डिटेल में सर्वे हो।’

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‘हमने पूरी कोशिश की, मगर 80 लोगों की जान नहीं बचा पाए’उन्होंने कहा, ‘साइक्‍लोन से पहले से लगातार मैं पश्चिम बंगाल सरकार के संपर्क में था। साइक्‍लोन का नुकसान कम से कम हो, इसके लिए जो भी आवश्‍यक कदम उठाने चाहिए उसके लिए राज्‍य सरकार और केंद्र सरकार ने मिल कर भरसक प्रयास किया। लेकिन उसके बावजूद करीब 80 लोगों की जान हम नहीं बचा पाए, इसका हम सबको दुख है। जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, उनके प्रति हमारी संवदेनाएं हैं और इस संकट की घड़ी में हम उनके साथ हैं।’

प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री की तारीफ की
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कोरोना वायरस से लड़ने का मंत्र है कि जो जहां है वहीं रहे, जरूरत न हो तब तक घर से बाहर न निकले और जहां भी जाए दो गज की दूरी बनाए रखे। दूसरी तरफ साइक्‍लोन का मंत्र है कि साइक्‍लोन आ रहा है, जल्‍दी से जल्‍दी सुरक्षित स्‍थल पर आप शिफ्ट हो जाइए, वहां पर पहुंचने का प्रयास करिए, अपना घर खाली करिए। यानी दोनों अलग-अलग तरह की लड़ाइयां एक साथ पश्चिम बंगाल को लड़नी पड़ी हैं। इसके बावजूद भी ममता बनर्जी के नेतृत्‍व में राज्‍य सरकार ने भरसक प्रयास किया है।’

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ओडिशा की तारीफ, तैयारियों से बची कई लोगों की जान
दूसरी तरफ अम्फान चक्रवात से निपटने के लिए ओडिशा सरकार की तैयारियों की भी प्रधानमंत्री ने तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘पूरी दुनिया कोरोना से लड़ रही है। ऐसे समय में भी सुपर साइक्लोन से निपटने के लिए ओडिशा सरकार की तैयारियों से कई जानें बच गईं। मैं ओडिशा के लोगों और मुख्यमंत्री को बधाई देता हूं।’ उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘राज्य में हालांकि चक्रवात से काफी नुकसान हुआ है, जिसकी चर्चा आज समीक्षा बैठक में की गई। केंद्र सरकार राज्य सरकार की इस मुसीबत से निपटने में हर संभव मदद करेगी। ओडिशा को 500 करोड़ रुपये की अग्रिम मदद दी गई है।’

वायुसेना ने राहत कार्य के लिए तैयार किए 56 विमानप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वापसी के साथ ही राहत कार्य भी तेज कर दिया गया है। वायुसेना ने चक्रवात प्रभावित इलाकों के लिए अपने 25 एयरक्राफ्ट, 31 हेलिकॉप्टरों को तैयार कर लिया है। शनिवार से ये विमान चक्रवात प्रभावित इलाकों में राहत कार्य शुरू कर देंगे।

100 साल में बंगाल में आना वाला सबसे प्रचंड चक्रवात था अम्फान
चक्रवात ‘अम्फान’ ने पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता सहित राज्य के आधा दर्जन जिलों में तबाही के दृश्य छोड़े हैं, जहां कई बसें और टैक्सी आपस में टकरा गईं, मछली पकड़ने की छोटी नौकाएं उलट गईं और शहर के जलमग्न हो चुके हवाईअड्डे पर विमान हिलते-डुलते दिखे। देश के अन्य राज्यों की तरह पश्चिम बंगाल भी कोरोना वायरस महामारी से निपटने की जद्दोजहद में जुटा हुआ था, लेकिन 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आए चक्रवाती तूफान ने न सिर्फ राजधानी कोलकाता को बल्कि करीब दर्जन भर जिलों को भी झकझोर कर रख दिया। पिछले 100 साल में बंगाल में आना वाला यह सबसे प्रचंड तूफान है। राज्य के एक बड़े हिस्से में बिजली आपूर्ति ठप हो गई क्योंकि तूफान में बिजली के खंभे उखड़ गए। मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं भी ठप हो गई हैं क्योंकि चक्रवात से सैकड़ों मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचा है। अधिकारियों के मुताबिक, राज्य में 1,500 मोबाइल टावर को नुकसान पहुंचा है। कोलकाता में हजारों पेड़ उखड़ गए और खिड़कियों के कांच सड़कों पर बिखर गए।

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