विजयवाड़ा: आंध्र प्रदेश (Andhra pradesh) के कृष्णा जिले (Krishna district) में बड़ी ही दुखद घटना हो गई। माता-पिता के एकलौते बेटे, जिसको उन्होंने बड़े प्यार से पाल-पोसकर बड़ा किया और उसको पढ़ा-लिखाकर बड़ा आदमी बनाने के सपने देखे, अच्छी पढ़ाई के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला करवाया, उसने एक परीक्षा में फेल होने पर दुखी होकर आत्महत्या कर ली। अब माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। इस दुखद परिस्थिति से गुजरते हुए भी उन्होंने बेटे के नेत्रदान (Eye donation) करने का सराहनीय निर्णय लिया है।
विस्तार से जानने पर पता चला कि वेनुगंचीप्रोलु में रहने वाले वड्डेल्ली गोपालराव-तुलसी के एकलौते बेटे तिरुमलेश (23) एलुरु के एक निजी कॉलेज में बीटेक के अंतिम वर्ष का छात्र था। उसने विदेश जाने के सपने देखे और उसीके लिए एक प्रवेश परीक्षा लिखी जिसमें फेल होने पर वह आहत हो गया और फिर वह यह दुख न झेल पाया और उसने आत्महत्या कर ली।
इसी क्रम में सोमवार को उसने सेल्फी वीडियो बनाकर कॉलेज की इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली। सेल्फी वीडियो में उसने कहा, ” मां मैं परीक्षा में फेल होकर एक लूज़र बन गया हूं… कितना भी सोचूं पर अब आगे नहीं बढ़ पा रहा हूं… पढ़ाई में भी आगे बढ़ने में विफल हो रहा हूं…मुझ जैसे बेटे को जन्म देकर आपने जैसे बहुत बड़ी गलती कर दी है मां…आपके सपनों को साकार करने में अक्षम साबित हो रहा हूं और इसके लिए मुझे बहुत दुख हो रहा है। आपने मुझे बड़े अरमानों से पाला है पर अब मैं इस जीवन का अंत करते हुए आपसे विदा ले रहा हूं….मुझे क्षमा करिये।” कहकर उसने वीडियो बनाया और अपने दोस्तों को भेज दिया। इसके बाद इमारत से वह कूद गया।
उसे गंभीर रूप से घायल अवस्था में विजयवाड़ा के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिवार ने बेटे के नेत्रदान का फैसला किया और एलवी प्रसाद अस्पताल को उसके नेत्र दान कर दिये।