रणजी ट्रोफी: जयदेव के दम पर सौराष्ट्र को दूसरी फाइनल में

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राजकोट
सौराष्ट्र ने बुधवार को यहां सेमीफाइनल के 5वें दिन गुजरात पर 92 रन की जीत से लगातार दूसरी बार में प्रवेश किया। सौराष्ट्र के कप्तान और मुख्य तेज गेंदबाज ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 56 रन देकर 7 विकेट चटकाए, जिससे गुजरात की टीम 5वें दिन अंतिम सत्र में 234 रन पर सिमट गई। गुजरात को जीत के लिए 327 रन का लक्ष्य मिला था और उसने 5वें दिन एक विकेट पर 7 रन से शुरूआत की।

उन्होंने 63 रन पर 5 विकेट गंवा दिए थे लेकिन कप्तान (93) और चिराग गांधी (96) ने 158 रन की साझेदारी निभाकर मुश्किल जीत की उम्मीद जगाई। हालांकि उनादकत ने क्रीज पर जमे दोनों बल्लेबाजों के विकेट झटककर अपनी टीम को यादगार जीत दिलाई। सौराष्ट्र 9 मार्च से शुरू होने वाले फाइनल में बंगाल की मेजबानी करेगा। सौराष्ट्र की टीम पिछले साल फाइनल में विदर्भ से हार गई थी। सात रन पर एक विकेट से आगे खेलते हुए मेजबानों ने अपना दूसरा विकेट इसी स्कोर पर गंवा दिया।

उनादकत ने समित गोहेल (5) को दूसरी स्लिप में कैच आउट कराया। उनादकत ने अपना तीसरा शिकार ध्रुव रावल (1) के रूप में रिटर्न कैच लेकर किया। गुजरात की टीम 18 रन पर 3 विकेट गंवाकर मुश्किल में थी। जब ऐसा लग रहा था कि भार्गव मेराई (14) और कप्तान पार्थिव गुजरात को संभाल लेंगे तभी प्रेरक मांकड़ ने मेराई को आउट कर दिया। मेराई ने हालांकि रिव्यू लेने का फैसला किया लेकिन यह उनके पक्ष में नहीं आया, जिससे गुजरात का स्कोर चार विकेट पर 60 रन हो गया।

रूजुल भट्ट (1) के सस्ते में निपटने से जल्द ही यह पांच विकेट पर 63 रन हो गया। पार्थिव ने एक छोर थामे रखा और फिर उन्हें चिराग के रूप में अच्छा जोड़ीदार मिला जिससे टीम ने लंच तक पांच विकेट पर 105 रन बना लिए। पार्थिव और चिराग दूसरे सत्र में मजबूत दिख रहे थे जिन्होंने कई बाउंड्री जमाकर स्कोरबोर्ड को चलाना जारी रखा। गुजरात ने चाय तक 5 विकेट पर 206 रन बना लिए थे।

अंतिम सत्र में उसे जीत के लिए 121 रन की जरूरत थी। तभी उनादकत ने पार्थिव और नए बल्लेबाज अक्षर पटेल (0) को एक ही ओवर में आउट कर पासा पलट दिया। इस तरह उनादकत 20वीं बार 5 विकेट हासिल किए। इसके बाद सौराष्ट्र ने पुछल्ले बल्लेबाजों को समेटा और उनादकत ने अंतिम विकेट भी अपनी झोली में डाली।

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