शिवसेना नेता संजय राउत के विनायक दामोदर सावरकर का विरोध करने वालों को अंडमान जेल भेजने के बयान का सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि वास्तव में संजय राउत का यह बयान कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सलाह है क्योंकि कांग्रेस के नेता वही कह रहे हैं जो राहुल गांधी ने कहा था। संजय राउत ने राहुल गांधी को अंडमान जेल जाने की चुनौती दी है।
रंजीत सावरकर ने राउत के बयान पर मीडिया से बातचीत में कहा, ‘यह राहुल गांधी को सलाह है क्योंकि कांग्रेस के नेता वही कह रहे हैं जो राहुल ने कहा था। संजय राउत ने राहुल गांधी को यह चुनौती दी है कि वह गोवा और अंडमान जाएं। यह स्वयं में बहुत स्पष्ट रूप से कहता है। मैं संजय राउत के बयान का स्वागत करता हूं। पहले भी शिवसेना ने आक्रामक रूप से सावरकर के अपमान का विरोध किया है। मैं आशा करता हूं कि शिवसेना अब कांग्रेस के नेताओं को इस बात के लिए सहमत करेगी कि वे सावरकर का विरोध न करें।’
क्या बोले थे राउत
बता दें कि राउत ने कहा था कि सावरकर को भारत रत्न देने का विरोध करने वालों को उसी जेल में भेज देना चाहिए, जहां सावरकर को अंग्रेजों ने रखा था ताकि उनके संघर्षों का एहसास हो सके। राउत के बयान पर शिवसेना अब डैमेज कंट्रोल मोड में आ गई है। पार्टी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने राउत के बयान से किनारा करते हुए कहा कि उन्होंने इसपर सफाई दे दी है और इससे गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
इससे पहले कांग्रेस के नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा था कि नरेंद्र मोदी सरकार अगर सावरकर को भारत रत्न देती है तो इसका विरोध किया जाएगा। इस बीच संजय राउत के बयान पर आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘राउत ने जिस संदर्भ में बयान दिया है, उन्होंने वह साफ कर दिया है। शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी अलायंस मजबूत है और हमलोग राज्य के विकास के लिए साथ आए हैं। हमलोगों के बीच कुछ मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन यही तो लोकतंत्र है। इतिहास के बावजूद हमलोगों को मौजूदा मसलों पर बातचीत करने की जरूरत है।’
सावरकर पर कांग्रेस-शिवसेना में ठनी
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के सावरकर को लेकर दिए बयान के बाद से ही दोनों पार्टियों के बीच टकराव जारी है। कुछ दिन पहले राउत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर विवादित बयान दे दिया था। वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने शुक्रवार को कहा कि सावरकर के अंग्रेजों से माफी मांगने की बात मिटाई नहीं जा सकती और अगर नरेंद्र मोदी सरकार उन्हें ‘भारत रत्न’ देती है तो पार्टी उसका विरोध करेगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ‘जटिल और विवादित व्यक्तित्व’ सावरकर के बारे में कुछ अच्छी और कुछ खराब बातें दोनों थीं, लेकिन कांग्रेस के लोगों को जो बात खराब लगती है, वह उसी के बारे में बात करेंगे।
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