कोविड से निपटने में युद्धस्तर की तैयारी
उन्होंने कहा कि भारत युद्ध स्तर पर कोविड-19 संकट से निपट रहा है और सभी सरकारी एजेंसियां करीबी समन्वय के साथ काम कर रही हैं। संचार तंत्र, सप्लाइ चेन मैनेजमेंट, चिकित्सा सहयोग और इंजीनियरिंग में सशस्त्र बलों की विशेषज्ञता का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आर्मी, नेवी और एयर फोर्स कोविड से बचाव के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और अपनी स्वास्थ्य संस्थाओं से जारी निर्देशों का कड़ाई से पालन कर रहे हैं।
जीवन का सबसे बड़ा अदृश्य युद्ध: रक्षा मंत्री
रक्षामंत्री ने कहा, ‘कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई हमारे जीवन का संभवतः सबसे बड़ा अदृश्य युद्ध है। यह मानवता के खिलाफ युद्ध है जिसका राष्ट्र के स्वास्थ्य और आर्थिक सुरक्षा पर कई प्रभाव देखे जा रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हम एक राष्ट्र के रूप में कोविड-19 संकट से युद्धस्तर पर लड़ रहे हैं और सरकार की सभी एजेंसियां करीबी तालमेल के साथ काम कर रही हैं।’
लॉन्च पैड्स पर ही निपटाए जा रहे हैं आतंकवादी
यह पूछे जाने पर कि क्या महामारी से सेना की संचालन क्षमता प्रभावित हुई है, सिंह ने कहा कि वो सभी तरह की आपात स्थितियों के लिए तैयार हैं और हर परिस्थिति में देश के दुश्मनों से निपटने में सक्षम हैं। रक्षा मंत्री ने नियंत्रण रेखा (LoC) के करीब जम्मू-कश्मीर के हालात का हवाला देते हुए कहा कि सेना खुफिया जानकारियां जुटाकर उनके लॉन्च पैड्स पर हमले कर रही है।
संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है पाकिस्तान
उन्होंने कहा, ‘आपको पिछले दो हफ्तों से एलओसी के पास चल रहे ऑपरेशनों की खबर होगी और आपको पता होगा कि हम लॉन्च पैड्स पर हमला करके आतंकियों को भारत की जमीं पर पांव रखने से ही पहले खत्म कर रहे हैं।’ ध्यान रहे कि पाकिस्तान वैश्विक संकट की उस घड़ी में सीमा पर युद्धविराम का उल्लंघन कर रहा है जब भारत दक्षिण एशियाई सहयोग संगठन (SAARC) सदस्यों को महामारी से निपटने में सहयोग कर रहा है। हालांकि, भारतीय सेना पाकिस्तान की नापाक हरकतों का मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
कोरोना संकट में काम आ रहा है सेना का तजुर्बा
कोरोना वायरस के महासंकट से निपटने में सशस्त्र बलों की भूमिका पर रक्षा मंत्री ने कहा कि कम्यूनिकेशन, सप्लाइ चेन मैनेजमेंट, मेडिकल सपोर्ट और इंजीनियरिंग में उनके महारत का उपयोग हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने रक्षा क्षेत्र की बड़ी सरकारी कंपनियों को वेंटिलेटर, मास्क, पीपीई और अन्य मेडिकल उपकरण बनाने का निर्देश दिया है।
…ताकि संक्रमण से बची रहे सेना
उन्होंने कहा कि सेना ने वायरस का संक्रमण रोकने के लिए फौजी टुकड़ियों के मूवमेंट कम करने, छुट्टियों पर पाबंदी और वर्क फ्रॉम होम का आदेश दिया है। किसी भी तैनाती स्थल से आने पर 14 दिनों का क्वारंटाइन जरूरी कर दिया गया है, चाहे वह किसी भी रैंक का जवान या ऑफिसर हो। जहाजों और पनडुब्बियों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है जहां सोशल डिस्टैंस का पूरी तरह पालन करना बहुत कठिन होता है।