राजस्थान में जारी सियासी संकट ‘बागी’ सचिन पायलट के पार्टी के साथ होने की बात से अब लगभग समाप्त होने की कगार पर है। राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनियां ने सोमवार को राज्य के राजनीतिक संकट को ‘रामलीला’ करार दिया और कहा कि इसमें कई पात्र थे। सतीश पूनियां ने जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए कहा, “अगर हम अंग्रेजी में कहें, तो यह राजस्थान का महान राजनीतिक नाटक है और अगर हम हिंदी में कहें तो यह रामलीला है, जिसमें कई जोकर थे।”
फेयरमोंट और सूर्यगढ़ में खर्चे का हिसाब दें गहलोत: सतीश पूनियां
पूनियां ने बीते महीने होटलों में कांग्रेस विधायकों के ठहरने का मुद्दा भी उठाया, जिसमें दावा किया गया कि इस पर लगभग 10 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसके लिए पूनियां के गहलोत को जिम्मेदार ठहराया। राजस्थान BJP अध्यक्ष ने कहा कि इंग्लिश में कहें तो ‘द ग्रेट राजस्थान पॉलिटिकल ड्रामा’ और हिंदी में ‘राम लीला’। 31 दिन की इस पूरी राम लीला में न भाई जागा, न बहन जी जागी। जनता के सामने 31 दिन का ऑडिट होना चाहिए, जिसमें गहलोत साहब को, फेयरमोंट और सूर्यगढ़ में खर्चे का हिसाब देना चाहिए।
पूरे प्रकरण में वास्तविक खलनायक हैं गहलोत: सतीश पूनियां
मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए राज्य बीजेपी प्रमुख ने कहा, “इस पूरे प्रकरण में, जो वास्तव में एक खलनायक है, उसने नायक बनने की कोशिश की। को नैतिक आधार पर मुख्यमंत्री के रूप में पद छोड़ना चाहिए क्योंकि इससे बहुत सारी समस्याओं का समाधान होगा।” उन्होंने गहलोत सरकार पर अपने वादों को पूरा करने में विफल रहने का भी आरोप लगाया।
राजस्थान का सियासी संकट खत्म!
इससे पहले दिन में, टोंक से असंतुष्ट विधायक और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार, वायनाड के सांसद राहुल गांधी के आवास पर दोपहर के आसपास हुई बैठक सफल रही। राजस्थान में कांग्रेस सरकार के सामने आया संकट सोमवार को इस बैठक के साथ ही समाप्त हो गया, प्रतीत होता है।