राफेल के पहले बैच ने रविवार को फ्रांस से भारत के लिए उड़ान भरी तो उस समय पैरिस में एयर कोमोडोर हिलाल अहमद राठेर (Air Commodore Hilal Ahmad Rather) भी मौजूद थे। वह फ्रांस में भारत के एयर अताशे हैं। हिलाल के साथ फ्रांस में भारत के राजदूत () और राफेल बनाने वाली कंपनी दसॉ एविएशन के चेयरमैन एरिक ट्रैपियर (Eric Trappier) भी समारोह का हिस्सा थे। एयर कोमोडोर हिलाल अहमद जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के हैं, जिन्होंने जिले के बख्शियाबाद स्थित सैनिक स्कूल से शिक्षा प्राप्त की है।
तस्वीर देख कश्मीरियों का जोश हाई
इस बात को लेकर कश्मीरियों में बेहद उत्साह देखा जा रहा है। ट्विटर पर Anantnag टॉप ट्रेंड में है। कश्मीर के लोग इस बात पर फक्र कर रहे हैं कि राफेल में बैठने वाला पहला व्यक्ति उनके अनंतनाग का निवासी है। कुछ लोग तो हिलाल के जरिए पाकिस्तान को भी चिढ़ा रहे हैं। @Beingsajiddarr के ट्विटर हैंडल ने अक्टूबर 2019 का एक वीडियो शेयर किया जिसमें एयर कोमोडोर हिलाल अहमद राठेर राफेल की शस्त्र पूजा की तैयारियों में जुटे दिख रहे हैं। ट्वीट में कहा गया है, ‘प्रिय पाकिस्तान, कृपया इस वीडियो को देखो! एक कश्मीरी एयर कोमोडोर हिलाल अहमद राठेर राजनाथ सिंह की मौजूदगी में आयोजित समारोह में एक सिख ग्रुप कैप्टन आनंद के साथ शस्त्र-पूजा की तैयारी कर रहा है। अब खालिस्तान और कश्मीर पर रोते रहो।’
ट्विटर हैंडल @ShowkatQureshi_ ने भी हिलाल को अपना गौरव बताया और कहा कि यह कश्मीर के लिए गौरव का क्षण है। इन्होंने ट्वीट किया, ‘राफेल का पहला पायलट विंग कमांडर हिलाल अहमद राठेर कश्मीर के अनंतनाग से हैं। उन्होंने एनडीए (नैशनल डिफेंस अकैडमी) में ऑनर ऑफ सॉर्ड जीता था और अभी वो भारत के सबसे कुशल पायलट में एक हैं।’
इसी तरह @Shah1d_hassan ने लिखा, ‘यूनिफॉर्म में दिख रहा व्यक्ति भारतीय वायुसेना के एयर कोमोडोर हिलाल अहमद हैं। वो दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग के रहने वाले हैं। वास्तव में यह गर्व का क्षण है।’
@AsimKhanTweets ने भी एयर कोमोडोर हिलाल अहमद का हवाला देकर पाकिस्तान को निशाने पर लिया। उन्होंने लिखा, ‘आपके साथ एक बहुत अच्छी खबर साझा कर रहा हूं जो पाकिस्तान को दहला देने वाला है। राफेल का पहला पायलट दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग से हैं। वो अभी फ्रांस में भारत के एयर अताशे हैं और भारत के सबसे कुशल युद्धक विमान के पायलटों में शुमार हैं।’
@SabahKashmiri ने भी ट्विटर पर अपनी भावना साझा की है। उन्होंने लिखा, ‘फ्रांस में भारत के राजदूत जावेद अशरफ और फ्रांस में भारत के एयर अताशे एयर कोमोडोर हिलाल अहमद राठेर राफेल के भारत के लिए उड़ान भरने से पहले कॉकपिट में दिख रहे हैं। हिलाल अनंतनाग जिले के बख्शियाबाद के रहने वाले हैं।’ वो लिखती है, ‘यह हमारे लिए वाकई गर्व का क्षण है। जय हिंद।’
इस तरह #Anantnag पर ट्वीट्स की अंबार लगी है जिनके जरिए कश्मीरी दिल खोलकर खुशी का इजहार कर रहे हैं। हो भी क्यों नहीं, आखिर उनके बीच का एक व्यक्ति भारतीय वायुसेना में इतने बड़े पद पर जो पहुंचा है।
वायु सेना मेडल और विशिष्ट सेना मेडल से सम्मानित हैं हिलाल
बहरहाल, बता दें कि एयर कोमोडोर हिलाल अहमद राठारे भारतीय वायुसेना में 1988 में बतौर फ्लाइट लेफ्टिनेंट शामिल हुए और अब वो एयर कमोडोर के पद पर पहुंच चुके हैं। उनके पास 3000 घंटे तक मिग-21, मिराज- 2000 और किरन एयरक्राफ्ट उड़ाने का अनुभव है। एयर कोमोडोर हिलाल अहमद राठेर को 2010 में वायु सेना मेडल से नवाजा गया था जब वो विंग कमांडर हुआ करते थे। 2016 में उन्हें विशिष्ट सेना मेडल से भी सम्मानित किया गया है। उस वक्त वो ग्रुप कैप्टन थे।