कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आती है तो सबसे पहले नीति आयोग को खत्म किया जाएगा. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि नीति आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए मार्केटिंग प्रेजेंटेशन बनाने और अपने डेटा के जरिए देश को बहकाने के अलावा कोई काम नहीं किया है. उन्होंने कहा कि हम इस आयोग को हल्का करेंगे, जिसमें केवल 100 से कम कर्मचारी होंगे. इस आयोग में अर्थशास्त्री और विशेषज्ञ ही होंगे.
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के घोषणा पत्र के बारे में बात करते हुए कहा कि हमारी पार्टी का घोषणा पत्र किसी एक व्यक्ति का विचार नहीं, जनता की आवाज है.
पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हमारा मकसद नौकरी को बढ़ावा देना है. कृषि संकट को खत्म करना, स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना और अर्थव्यवस्था को मजबूत करना हमारी पार्टी की प्राथमिकता में शामिल है.
राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी ने नए रोजगार पैदा करने के लिए अभी से रणनीतिक योजना पर काम करना शुरू कर दिया है. हमारी कोशिश होगी कि हम व्यापारियों पर लगाए गए गैर जरूरी टैक्स को कम कर सकें, जिससे छोटे कारोबारियों को व्यापार करने में मदद मिल सके. इससे पहले राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि , ‘क्या आप नया बिजनेस शुरू करना चाहते हैं? भारत के लिए जॉब क्रियेट करना चाहते है? तो आपके लिए ये रहा हमारा प्लान.’ एंजल टैक्स को खत्म कर दिया जाएगा, कंपनी का जॉब क्रिएशन अधिक रहने पर आर्थिक मदद भी दी जाएगी. लोगों को आसानी से लोन दिलाया जाएगा. नए व्यापार को शुरू करने के लिए अगले तीन साल तक किसी की अनुमति लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी.