अख्तर ने भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) के यूट्यूब शो आकाशवाणी पर कहा, ‘द्रविड़ काफी मुश्किल और समर्पित बल्लेबाज (Rahul Dravid determination) थे। मेरे लिए यह काफी मुश्किल था। वह मुझे आसानी से खेल लिया करते थे।’
अख्तर ने कहा, ‘अगर कोई बल्लेबाज द्रविड़ की तरह देर से खेलता था तो हम उसे विकेट के पास से लैंग्थ गेंद डालते थे और बल्ले तथा पैड के बीच में गैप ढूंढते थे। हम गेंद को पैड पर मारने की कोशिश करते थे।’
अख्तर ने बताया कि वह बेंगलुरु में वह एक बार द्रविड़ को एलबीडब्ल्यू आउट करने में सफल रहे थे लेकिन अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया था। अख्तर ने उस मैच को याद करते हुए कहा, बेंगलुरू में फाइनल मैच था, ‘मैंने सदगोपन रमेश को जल्दी आउट कर दिया था। हमने तीन-चार विकेट जल्दी ले लिए थे। सचिन उस मैच में नहीं खेल रहे थे। शाहिद अफरीदी और मैं बात कर रहे थे और कह रहे थे कि द्रविड़ ज्यादा समय लेग और आज शुक्रवार है। अफरीदी ने कहा कुछ भी गेंद करो और इसे आउट करो नहीं तो वो लंबा खेलेगा।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने उन्हें सीधे पैड पर गेंद मारी और अंपायर से अपील की। मैंने यहां तक कहा कि आज शुक्रवार है। उन्होंने हमारे पक्ष में फैसला नहीं दिया, लेकिन अंत में हम मैच जीत गए थे।’
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