राहुल ने इस साल जनवरी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज में विकेटकीपर की भूमिका निभाई और न्यूजीलैंड दौरे के दौरान भी उन्होंने यह जिम्मेदारी संभाली। राहुल ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ में कहा, ‘जब मैं भारत की तरफ से विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी निभा रहा था तो नर्वस था क्योंकि दर्शकों के कारण आप पर दबाव रहता है। अगर आप चूक जाते हैं तो लोग सोचते हैं कि आप महेंद्र सिंह धोनी की जगह नहीं ले सकते।’
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28 वर्षीय भारतीय बल्लेबाज ने कहा, ‘धोनी जैसे दिग्गज विकेटकीपर की जगह लेने का दबाव बहुत अधिक था, क्योंकि विकेटकीपर के रूप में किसी को स्वीकार करने पर लोगों के दिमाग में यह बात जरूर आती है।’
अब तक 36 टेस्ट, 32 वनडे और 42 टी20 इंटरनैशन मैच खेल चुके राहुल ने कहा कि विकेटकीपिंग उनके लिए नया काम नहीं है क्योंकि वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दौरान और अपनी रणजी टीम कर्नाटक की तरफ से पहले भी यह भूमिका निभा चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘जो लोग क्रिकेट पर नजर रखते हैं वे जानते हैं कि मैं लंबे समय तक विकेटकीपिंग से दूर नहीं रहा क्योंकि मैंने आईपीएल और जब भी कर्नाटक की तरफ से खेला तब विकेट के पीछे भी जिम्मेदारी संभाली।’
राहुल ने कहा, ‘मैं हमेशा विकेटकीपिंग के संपर्क में रहता हूं लेकिन मैं ऐसा इंसान भी हूं जो टीम की जरूरत के हिसाब से किसी भी तरह की भूमिका निभाने के लिए तैयार रहता हूं।’