‘मैंने सुशांत के पैर छुए और सॉरी कहा’
न्यूज चैनल आजतक को दिए इंटरव्यू में रिया ने कहा, ‘हां, मैं 15 जून को कूपर अस्पताल के मुर्दाघर गई थी। मैं वहां अंदर सिर्फ 3-4 सेकेंड तक रुकी थी। लेकिन जब एम्बुलेंस की ओर शव को ले जा रहा था, तो मैंने सुशांत को सॉरी कहा और उसके पैर छुए थे।’
‘मैं आज भी सुशांत के लिए सॉरी हूं’
रिया से जब पूछा गया कि उन्होंने ‘सॉरी बाबू’ क्यों कहा था, इस पर उन्होंने जवाब दिया, ‘हां.. मैं सॉरी बाबू कहा था। वहां पर कोई क्या कहेगा? सुशांत की जान चली गई थी। मैं सॉरी फील कर रही थी कि उसने अपनी जान गवां दी। मैं आज भी सॉरी हूं, क्योंकि इस तरह की बातें हो रही हैं। उसकी मौत का मजाक बना दिया गया है। मैं सॉरी हूं, क्योंकि आज उनके काम को याद नहीं किया जा रहा है।’
‘दोस्त ने कहा सुशांत से कहो बयान दे’
इंटरव्यू के दौरान रिया से पूछा गया कि उन्हें सुशांत की मौत की खबर कैसे लगी और उनका क्या रिएक्शन था? इसके जवाब में रिया ने कहा, ’14 जून को करीब दो बजे मैं अपने भाई शौविक के साथ घर में थी। मेरी एक फ्रेंड है। उनका मुझे फोन आया कि ऐसी अफवाह है, इसे रोको। सुशांत को बोलो की बयान दे। तब मुझे लगा कि ये कैसे हो सकता है। लेकिन 15 मिनट के अंदर ही सच सामने आ गया था।’
‘वो लोग नहीं चाहते थे मैं वहां जाऊं’
रिया से पूछा गया कि सुशांत की मौत की खबर पक्की होने के बाद भी वह उनके घर क्यों नहीं गईं? इसके जवाब में रिया ने कहा, ‘नहीं, मैं उनके घर नहीं गई थी। मुझे बताया गया था कि उनके अंतिम संस्कार के वक्त मेरा नाम नहीं था। इंडस्ट्री के लोगों का नाम था। लेकिन मेरा नाम नहीं था, क्योंकि उनका परिवार नहीं चाहता था कि मैं वहां पर जाऊं।’
‘दोस्तों ने कहा जाओगी तो जलील करेंगे वो लोग’
रिया ने आगे कहा, ‘कुछ लोगों ने मुझे घर आकर समझाया कि तुम वहां नहीं जा सकती हो। यदि तुम गई तो तुम्हें वहां से निकाल दिया जाएगा, तुम्हें जलील किया जाएगा, इसलिए मत जाओ। लेकिन मेरे दोस्तों ने कहा कि आप एक बार बॉडी जरूर देख लें। इससे तुम्हें एक क्लोजर मिलेगा। इसलिए मैं बाद में कूपर अस्पताल गई थी।’