नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार के शीर्ष मंत्रियों ने बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के कैम्प पर हुए एयर स्ट्राइक पर अंततः अपनी चुप्पी तोड़ दी है. हालांकि, इससे आम लोगों का कन्फ्यूजन और अधिक बढ़ गया है. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन का कहना है कि सरकार मौतों का आंकड़ा नहीं बता सकती है. वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह का कहना है कि आज या कल में पता चल जाएगा कि कितने आतंकी मारे गए.
एक दिन पहले नेशनल टेक्नीकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (NTRO) की रिपोर्ट आई थी जिसके मुताबिक, बालाकोट में जिस जगह पर वायुसेना ने एयर स्ट्राइक की उसके आसपास करीब 300 मोबाइल फोन एक्टिव थे. असम में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, “एनटीआरओ के पास एक विश्वसनीय सिस्टम है. उसने कहा कि वहां पर 300 मोबाइल फोन एक्टिव थे. मोबाइल फोन का इस्तेमाल पेड़ तो करेंगे नहीं? अब क्या विपक्ष एनटीआरओ पर भी भरोसा नहीं करेगा?”
एयर स्ट्राइक के बाद सरकार से जुड़े सूत्रों ने दावा किया कि हवाई हमले में 300 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं, हालांकि सरकार ने मौतों के आंकड़ों पर स्पष्ट तौर पर कोई जानकारी नहीं दी है. सोमवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने दावा किया कि हवाई हमले में 250 आतंकी मारे गए हैं.
गृहमंत्री ने साफतौर पर यह नहीं कहा कि 300 आतंकी मारे गए हैं लेकिन उनका संकेत साफ था. उनका बयान रक्षामंत्री निर्मला सीतारमन के उस बयान के कुछ घंटों बाद ही आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार मौतों का आंकड़ा नहीं दे सकती है. सीतारमन ने कहा था, “विदेश सचिव विजय गोखले ने हमें एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की संख्या की जानकारी नहीं दी है.”
वहीं एक दिन पहली एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा था हवाई हमले में कितने लोग मारे गए इसकी ठीक-ठीक जानकारी वायुसेना नहीं दे सकती है. उन्होंने कहा था कि वायुसेना टारगेट को उड़ाने पर फोकस करती है, लाशें गिनने पर नहीं.