देश में 54 दिन से जारी लॉकडाउन 31 मई तक बढ़ा दिया गया है। केंद्रीय कैबिनेट सेक्रटरी राजीव गौबा आज रात नौ बजे विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्यों के मुख्य सचिवों से बात करेंगे।
देश में जिस तरह से कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, उससे लॉकडाउन का बढ़ना लाजिमी माना जा रहा था। कई राज्यों ने इसके लिए तैयारी भी कर ली थी। पंजाब, तेलंगाना, महाराष्ट्र और तमिलनाडु ने पहले ही 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा की थी। देश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 90 हजार के पार पहुंच चुकी है जिनमें से 2800 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
ज्यादातर अधिकार राज्यों को
में ज्यादातर अधिकार राज्यों को दिए गए हैं। नैशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (एनडीएमए) ने लॉकडाउन बढ़ाने के बारे में एक ऑर्डर जारी किया। एनडीएमए के सदस्य सचिव जी वी वी सरमा की ओर से केंद्रीय गृह सचिव को भेजे गए आदेश में केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों तथा राज्य सरकारों को कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए उपाय करने को कहा गया है। देश में 25 मार्च से लॉकडाउन लागू है। एनडीएमए ने इस बारे में कोई नई गाइडलाइन जारी नहीं की है। एनडीएमए ने आर्थिक गतिविधियों को खोलने के लिए गृह मंत्री की अगुआई वाली नेशनल एग्जिक्यूटिव कमेटी (एनईसी) को गाइडलाइंस में जरूरी बदलाव करने को कहा है ताकि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियों को भी आगे बढ़ाया जा सके।
तीसरी बार बढ़ा लॉकडाउन
यह तीसरा मौका है जब लॉकडाउन बढ़ाया गया है। इससे पहले भी दो बार देश में लॉकडाउन बढ़ाया गया था और लॉकडाउन-3 की मियाद आज खत्म हो रही थी। केंद्र ने लॉकडाउन बढ़ाने के बारे में राज्यों से सुझाव मांगे थे। शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह ने अपने मंत्रालय के अधिकारियों के साथ मैराथन बैठक की। इसमें सभी राज्यों से मिले सुझावों पर विचार करने के बाद लॉकडाउन-4 के लिए दिशानिर्देशों का खाका तैयार किया गया। ज्यादातर राज्यों ने इस महीने के आखिर तक लॉकडाउन बढ़ाने का सुझाव दिया है।