कोरोना वायरस वैश्विक महामारी (CoronaVirus) के चलते देश से बाहर विदेशों में फंसे भारतीयों को () के तहत वापस लाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, इस मिशन का दूसरा चरण 16 मई से 22 मई तक चलेगा। इसके तहत 31 देशों में फंसे भारतीयों को लाया जाएगा। इस दौरान 149 उड़ानों का संचालन किया जा सकता है। सूत्रों ने कहा कि 149 उड़ानों में से 13 उड़ानें अमेरिका से, 11 संयुक्त अरब अमीरात से, 10 कनाडा से, 9 सऊदी अरब और यूके से, 8 मलेशिया और ओमान से, 7 कजाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया से आएगी।
भारत सरकार ने विदेशों में फंसे अपने नागरिकों को लाने के लिए ‘वंदे भारत मिशन’ नाम से 7 मई से एक चरणबद्ध योजना शुरू की है। भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इसकी शुरुआत करते हुए कहा था कि एअर इंडिया कोविड-19 लॉकडाउन के बीच विदेश में फंसे करीब 15,000 भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए 7 मई से 13 मई के बीच 64 उड़ानें संचालित करेगी। 13 मई को ही इस अभियान का पहला चरण खत्म हो रहा है।
विदेशों में फंसे 6,037 भारतीयों को देश वापस लाया गया
एअर इंडिया और उसकी सहयोगी एअर इंडिया एक्सप्रेस ने वंदे भारत अभियान के पहले 5 दिन के दौरान 31 उड़ानें संचालित की। जिनसे लॉकडाउन के चलते विदेशों में फंसे 6,037 भारतीयों को देश में लाया गया। यह जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने मंगलवार को दी। एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस सात मई से 14 मई के बीच कुल 64 उड़ानों का संचालित करेंगी जिनसे 12 देशों में फंसे करीब 15 हजार भारतीयों को वापस लाया जाएगा। कोरोना वायरस के प्रसार पर रोक के लिए भारत में 25 मार्च से लॉकडाउन है। इस वायरस से देश में अभी तक 70 हजार से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और करीब 2290 जान गंवा चुके हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, 7 मई 2020 से शुरू होकर पांच दिनों में वंदे भारत मिशन के तहत एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस द्वारा संचालित 31 उड़ानों से 6,037 भारतीयों को भारत वापस लाया गया है।