रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार को साइंस कॉलेज ऑडिटोरियम में एसोसिएशन ऑफ ओरल एंड मेक्सिलोफेशियल सर्जनस ऑफ इंडिया (AOMSI) के 23वीं कॉन्फ्रेंस में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। वहां उपस्थित युवा सर्जनस का उत्साह बढ़ाते हुए उन्होंने कहा की आप लोगो की मेहनत ही है आज उम्र का असर चेहरे पर दिखना बंद हो गया है। साथ ही उन्होंने डेंटल सर्जन को राज्य सरकार द्वारा हर तरह की मदद करने का भरोसा भी दिया। पं. दीनदयाल उपाध्याय आॅडिटोरियम में आयोजित इस तीन दिवसीय इस कांफ्रेंस में देश के डेंटल सर्जन ने 300 पेपर जमा किये हैं।
कार्यक्रम की शुरुवात मुख्यमंत्री श्री बघेल को कॉन्फ्रेंस चेयरमैन डॉ सुनील व्यास द्वारा मोमेंटो देकर की गयी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा की छत्तीसगढ़ बनने के बाद ओरल सर्जनों की संख्या बढ़ गई है। ओरल सर्जरी में नयी तकनीक आज की जरूरत है। ओरल सर्जरी से न सिर्फ ओरल कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का इलाज किया जा सकता है, बल्कि दुर्घटना या अन्य ऐसे कारणों से यदि चेहरे पर कोई विकृति आ जाए तो इसका इलाज भी सम्भव है। कॉन्फ्रेंस की उपयोगिता के संबंध में मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा की इतने सर्जन आज यहाँ एक जगह इकठा हैं, जो आपस में नयी-नयी जानकारियां बाटेंगें। नयी तकनीक को जानेंगे, इसका फायदा देश भर के मरीजों को मिलेगा।
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंहदेव ने कहा की चिकित्सा के क्षेत्र में आज कई चुनौतियां हैं जिसमें सुलभ चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध कराना प्रमुख हैं। ओरल सर्जरी में विशेषज्ञता की असीम सम्भावनाएं हैं। इस छत्तीसगढ़ सरकार यूनिवर्सल हेल्थकेयर और अन्य चिकित्सीय सुविधाएं सुलभ करने हेतु प्रयासरत है। ताम्रध्वज साहू ने कहा की आजकल नयी नयी बीमारियां फैल रही हैं। इसलिए चिकित्सकों को भी इलाज के नए नए तरीके ढूंढने पड़ रहे हैं। इस हेतु ऐसे सेमिनार और कांफ्रेंस बहुत परिणामदायक होते हैं।
कार्यक्रम में AOMSI के राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णमूर्ति बोनान्थाया ने कहा की यहाँ उपस्थित युवा डॉक्टर्स भविष्य के सर्जन हैं। हम यहाँ आपको वो आईना दिखाना चाहते हैं, जिसमें आप देख सके की आगे चलकर आप क्या बन सकते हैं और समाज में क्या योगदान दे सकते हैं। कार्यक्रम में AOMSIद्वारा बनाई गयी सड़क दुर्घटना जागरूकता फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। इस अवसर पर विधायक कुलदीप जुनेजा और विकास उपाध्याय, स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक सिंह, एम्स के डायरेक्टर डॉ. नितिन एम. नागारकर, रीजनल कैंसर सेंटर के डायरेक्टर डॉ. विवेक चैधरी सहित बड़ी संख्या में युवा चिकित्सक उपस्थित थे।