शिवपुरी: शिवपुरी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है। इस चर्चा की वजह वो वाक्या है जिसके बारे में जानकर आप भी पहले तो थोड़ा हैरान होंगे लेकिन फिर आप भी कलेक्टर की तारीफ करेंगे। दरअसल हुआ कुछ ऐसा कि एक छात्रा अपनी शिकायत लेकर कलेक्टर के पास पहुंची थीं। छात्रा की शिकायत सुनने के बाद कलेक्टर अक्षय सिंह ने उन्हें अपनी कुर्सी सौंप दी। कलेक्टर ने छात्रा से खुद ही उसकी शिकायत की सुनवाई करने के लिए कहा और फिर दिनभर आने वाली शिकायतों की सुनवाई भी छात्रा से कराकर उससे सलाह ली।
जब कलेक्टर की कुर्सी पर बैठी ITI छात्रा
आईटीआई छात्रा जाह्नवी अपने संस्थान में परीक्षा देने से वंचित रहे छात्रों की मदद करने की गुहार लेकर कलेक्टर अक्षय सिंह के पास पहुंची थी। जैसे ही छात्रा जाह्नवी ने कलेक्टर को अपनी बात बताई तो कलेक्टर अक्षय सिंह ने उसे अपनी कुर्सी सौंप दी और खुद ही शिकायत पर सुनवाई करने के लिए कहा। छात्रा ने शिकायत पर समाधान भी सुझाया तो कलेक्टर ने कार्रवाई भी की। इसके बाद कलेक्टर ने छात्रा जाह्नवी को एक दिन का कलेक्टर बना दिया और शिकायत लेकर आ रहे लोगों की समस्याएं सुनने के लिए कहा। छात्रा जाह्नवी ने भी दिनभर लोगों की समस्याएं सुनीं और समस्याओं को दूर करने के लिए अपने सुझाव दिए। जो सुझाव न्याय संगत और अच्छे थे उन्हें कलेक्टर ने सराहा भी।
कलेक्टर ने कही ये बात
वहीं जब कलेक्टर अक्षय सिंह से जाह्नवी को एक दिन का कलेक्टर बनाने पर पूछा गया तो उन्होंने बताया कि शिवपुरी जिले में लड़कियों की शिक्षा का स्तर कम है और यहां इस पर बहुत काम करना है। जब छात्रा जाह्नवी अपनी शिकायत लेकर उनके पास आई तो उनके मन में ख्याल आया कि उसे इस बात का मौका दिया जाए क्योंकि कम उम्र में ही जिम्मेदारियों का एहसास कराना जरुरी होता है। बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब छात्रों या बच्चों का मनोबल बढ़ाने के लिए उन्हें एक दिन के लिए कलेक्टर या अधिकारी बनाया गया हो। इससे पहले भी दूसरे अधिकारी इस तरह के कदम उठा चुके हैं।