श्रमिकों की स्पेशल ट्रेन पर झूठा कौन? ममता या…

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नई दिल्ली
पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार के रिश्ते केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार के साथ शायद ही कभी मधुर रहे हों। दोनों सरकारें विभिन्न मुद्दों पर कई बार आमने-सामने आ चुकी हैं। हद तो यह है कि कोरोना संकट में भी दोनों के बीच रार थमता नहीं दिख रहा है। नया मुद्दा देशभर में फंसे पश्चिम बंगाल के मजदूरों को ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेनों से राज्य वापस लाने का है।

रेल अधिकारियों ने खारिज किया TMC का दावा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने कहा कि कर्नाटक, तमिलनाडु, पंजाब और तेलंगाना से प्रवासियों को लाने के लिए आठ ट्रेन चलाने की योजना बनाई गई है। पार्टी ने कहा कि हैदराबाद से मालदा के लिए प्रथम ट्रेन शनिवार को रवाना होगी। हालांकि, रेलवे की तरफ से इस दावे का तुरंत खंडन आ गया। रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि राज्य तक ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेन चलाने के लिए रेलवे के पास कोई प्रस्ताव नहीं आया है।

विवाद की जड़ में शाह का ममता के नाम पत्र
यह विवाद ममता बनर्जी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से भेजे गए पत्र से शुरू हुआ। शाह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार प्रवासी मजदूरों को लेकर जाने वाली ट्रेनों को राज्य पहुंचने की अनुमति नहीं दे रही है जिससे श्रमिकों के लिए और दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं। देश के विभिन्न हिस्सों से अलग-अलग गंतव्य स्थानों तक प्रवासी मजदूरों को ले जाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेनों का संदर्भ देते हुए, गृह मंत्री ने पत्र में कहा कि केंद्र ने दो लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने की सुविधा प्रदान की है।

ममता के भतीजे ने संभाला शाह के खिलाफ मोर्चा
शाह के इस पत्र पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तरफ से उनके भतीजे और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने केंद्र के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया। उन्होंने सीधे-सीधे शाह को निशाने पर लेते हुए उन पर झूठ बोलने का आरोप जड़ दिया। यही नहीं उन्होंने शाह से माफी मांगने तक की बात कर दी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘इस संकट के दौरान अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में नाकाम रहे गृह मंत्री हफ्तों तक चुप्पी साधे रखने के बाद केवल झूठ बोल कर लोगों को गुमराह करने के लिए बोलते हैं। विडंबना यह है कि वह ऐसे लोगों के बारे में बात कर रहे हैं जिन्हें सरकार ने उनकी किस्मत के सहारे छोड़ दिया। अमित शाह अपने झूठे आरोप साबित करें या माफी मांगें।’

प. बंगाल से कोई प्रस्ताव नहीं मिला: रेलवे
अब रेलवे ने कहा कि उसके पास अब तक उस ट्रेन का भी प्रस्ताव नहीं है जिसके बारे में तृणमूल कांग्रेस दावा कर रही है कि यह ट्रेन शनिवार अपराह्न तीन बजे हैदराबाद से मालदा के लिए रवाना होगी। भारतीय रेलवे ने पश्चिम बंगाल के लिए अब तक केवल दो ट्रेन तय की हैं, एक राजस्थान से और अन्य केरल से। रेलवे की ओर से इन ट्रेनों के लिए जारी दिशा-निर्देश के मुताबिक इन ट्रेनों को चलाने के लिए यात्रियों की संख्या की जानकारी के साथ ही दोनों राज्यों से प्रस्ताव प्राप्त होना अब भी बाकी है। अधिकारियों ने कहा कि रेलवे ने शनिवार तक 47 ट्रेनों को चलाने की योजना बनाई है और इनमें से कोई भी पश्चिम बंगाल नहीं जाएगी।

(एजेंसी से इनपुट के साथ)

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