भारत में अभी तक 2000 से अधिक पॉजिटिव मामले आ चुके हैं और 50 से ज्यादा जानें जा चुकी है। तेंडुलकर ने एक बयान में कहा, ‘उन्होंने (प्रधानमंत्री मोदी) ने मेरी इस धारणा को पुख्ता किया कि हम 14 अप्रैल के बाद भी निश्चिंत होकर बैठ नहीं सकते। उसके बाद का समय काफी अहम होगा।’ सभी की तरह लॉकडाउन के दौरान तेंडुलकर भी सामाजिक दूरी का पालन कर रहे हैं।
पढ़ें-
उन्होंने बताया कि अब वह किसी से हाथ मिलाने की बजाय हाथ जोड़कर नमस्ते करते हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने यह भी कहा कि मैं जहां तक संभव हो, इसी तरीके से अभिवादन करता रहूंगा। महामारी से उबरने के बाद भी।’ मोदी ने यह भी कहा कि इस समय बुजुर्गों का खास ध्यान रखने की जरूरत है।
पढ़ें-
उन्होंने कहा, ‘यह समय बुजुर्गों के साथ बिताना चाहिये। उनके अनुभव और उनकी कहानियां सुननी चाहिये।’ उन्होंने कहा, ‘हमने यह भी बात की कि इस समय शारीरिक के साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना होगा। हमें एक टीम भावना के साथ टीम के रूप में काम करते हुए देश को इस महामारी से निकालना है।’
पढ़ें-
+ There are no comments
Add yours