सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को उस समय रोचक क्षण आया जब देश के सबसे महंगे वालों में शुमार ने कहा कि माय लॉर्ड मेरा मुवक्किल गरीब है तब जज मुस्कुराने लगे। इस पर मुकुल रोहतगी ने कहा माय लॉर्ड अब मैं गरीबों का केस देखने लगा हूं।
दरअसल जमीन अधिग्रहण मामले की सुनवाई चल रही थी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की अगुआई वाली बेंच मामले की सुनवाई कर रही थी। इस दौरान जज मास्क लगाए हुए थे और हाथों में दस्ताने भी पहने हुए थे। पक्षकार की ओर से पेश सीनियर ऐडवोकेट और पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी पेश हो रहे थे। मुकुल रोहतगी ने सुनवाई के दौरान कहा कि माय लॉर्ड आप सभी सुरक्षा उपाय किए हुए हैं और सुनवाई कर रहे हैं इसको लेकर उन्हें खुशी है। तब जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा कि आपको देखकर भी खुशी हुई कि आप अपने चैंबर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े हैं। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में कोरोना के कारण चैंबर बंद कर दिए गए थे जो शुक्रवार को खोले गए जिसके बाद वकील अपने चैंबर से ही वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए पेश हो रहे हैं।
रोहतगी बोले, मेरा मुवक्किल गरीब, सुनते ही हंस पड़े जज
सुनवाई जब आगे बढी तो मुकुल रोहतगी ने अपने क्लाइंट की ओर से केस की पैरवी करते हुए कहा कि उनका मुवक्किल गरीब है और उन्हें राहत दी जाए। इस पर जस्टिस अरुण मिश्रा मुस्कुराने लगे। इस पर मुकुल रोहतगी ने मौके की नजाकत को समझा और फिर कहा कि माय लॉर्ड अब मैं गरीबों की वकालत करने लगा हूं। अब लीगल फ्रेटरनिटी बदल गई है। हम गरीबों का केस लड़ते हैं। दरअसल मुकुल रोहतगी देश के सबसे महंगे वकीलों में से एक हैं और उन्होंने जब दलील में कहा कि उनका मुवक्किल गरीब है तो ऐसी परिस्थिति बन गई कि जज मुस्कुराने लगे।
+ There are no comments
Add yours