सिनेमैटोग्राफर गागरिन मिश्रा का निधन, कई बड़े सिलेब्‍स संग किया था काम

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बॉलिवुड फिल्मों के सिनेमैटोग्राफर गागरिन मिश्रा का हार्ट अटैक के कारण मंगलवार रात मुंबई स्थित निवास पर निधन हो गया। कुछ दिनों पहले ही वह उड़ीसा में अपने छोटे भाई देबेन मिश्रा को अंतिम विदाई देकर लौटे थे। देबेन भी उड़िया फिल्मों के वीडियो एडिटर थे।

गागरिन ने अपने करियर की शुरुआत 1983 में आई डायरेक्‍टर सावन कुमार टाक की फिल्म ‘सौतन’ से की थी। इसमें राजेश खन्ना, टीना मुनीम और पद्मिनी कोल्हापुरी लीड रोल में थे। इस फिल्म में गागरिन असिस्‍टेंट कैमरामैन थे।

इन फिल्‍मों में रहे असिस्‍टेंट कैमरामैन
इसके बाद गागरिन ‘बेताब’, ‘लैला’, ‘लावा’, ‘अर्जुन’, ‘फासले’, ‘एक चादर मैली सी’ जैसी फिल्मों के साथ असिस्‍टेंट कैमरामैन के रूप में जुड़े रहे। यही नहीं, वह ‘प्यार की जीत’, ‘राम अवतार’, ‘वारिस’, ‘तेजाब’, ‘इंसानियत’, ‘चांदनी’, ‘चालबाज’, ‘नरसिम्हा’, ‘अकेला’, ‘क्षत्रिय’, ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ जैसी कई बड़ी फिल्मों का भी हिस्‍सा रहे।

कई फिल्‍मों में की सिनेमैटोग्राफी
1995 में आई मुकुल आनंद की फिल्म ‘त्रिमूर्ति’ में गागरिन ने आखिरी बार कैमरा ऑपरेटर का काम किया था। इससे पहले 1987 में आई एक उड़िया फिल्म ‘अन्याय साहिबी नहीं’ में पहली बार गागरिन को सिनेमैटोग्राफी करने का मौका मिला था। इसके बाद उन्होंने सिनेमैटोग्राफर के रूप में अपना काम 2001 में ज्योति स्वरूप के निर्देशन में बनी कश्मीरी फिल्म ‘बब’ से फिर शुरू किया। इसके बाद से वह मुख्य सिनेमैटोग्राफर बन गए। गागरिन की सिनेमैटोग्राफर के रूप में आखिरी फिल्‍म 2018 में आई ‘हसीना’ थी।

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