दीपक साहू, मगरलोड : धमतरी जिले के मगरलोड विकासखंड में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. मौतों के आंकड़ों में भी तेजी से इजाफा हो रहा है. अलग-अलग ग्रामों में एक्टिव मरीज़ों की संख्या लगभग तीन सौ के पार पहुंच चुकी है. बावजूद इसके मगरलोड में कोरोना मरीजों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का बुराहाल है. न तो इन मरीजों के लिए कोई कोविड अस्पताल बनाया गया है और न ही अन्य अस्पतालों को इसके लिए अधिग्रहित किया गया है. जबकि जिले के अन्य ब्लॉक मुख्यालयों में कोरोना मरीज़ों के इलाज के लिए अस्पताल का निर्माण किया गया है.
क्षेत्र के कोरोना मरीजो को इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. मरीज या तो कुरूद के कोविड-19 ताल में भर्ती हो रहे हैं, या फिर जिला मुख्यालय के डेडीकेटेड कोविड-19 अस्पताल में. वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायतों में बने क्वॉरेंटाइन सेंटरों का भी बुरा हाल है। मरीजों को यहां रखा तो गया है लेकिन सेंटरों में गंदगी का आलम है।
क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की बात करे तो मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष डॉ. लक्ष्मी ध्रुव इसी विधानसभा क्षेत्र से विधायक है. क्षेत्र के विधायक कोरोना के संकट काल में अभी तक मगरलोड क्षेत्र का दौरा तक नहीं कर पाई है. इससे साफ जाहिर होता है कि प्रदेश सरकार कोरोना मरीजों के इलाज के लिए सुविधा मुहैया के नाम पर लाख दावे तो करती है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है.