2 चाबी वाले आए थे सुशांत के घर
अपने बयान में नीरज सिंह ने बताया कि 14 जून की दोपहर 1:30 बजे के आसपास सुशांत के घर 2 चाबी बनाने वाले आए थे। लॉक खुलने में हो रही देरी पर सिद्धार्थ पिठानी ने ताला तोड़ने को कहा था। जब दरवाजा खुल गया तो दीपेश सावंत ने दोनों चाबी बनाने वालों को 2000 रुपये का पेमेंट किया था। दरवाजा खुलने पर सुशांत कमरे के सीलिंग फैन से लटके हुए थे। इसके बाद सिद्धार्थ पिठानी ने चाकू से कपड़े को काटकर सुशांत को नीचे उतारा था
सुशांत की मीतू दीदी भी पहुंच गईं
अपने बयान में नीरज सिंह ने कहा कि जब सुशांत की बॉडी को उतारा गया ठीक उसी समय उनकी दीदी मीतू भी वहां पहुंच गईं। सुशांत की डेडबॉडी देखकर चिल्लाते हुए बोलीं, ‘गुलशन तूने ये क्या किया?’ बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत को उनके परिवार के लोग प्यार से गुलशन नाम से बुलाते थे।
सुशांत के सीने को दबाकर सांस देने की कोशिश हुई
नीरज सिंह ने अपने बयान में बताया है कि सुशांत की बॉडी को ठीक से बिस्तर पर रखने के बाद नीरज ने ही सुशांत के गले से वह कुर्ता निकाला था जिससे उन्होंने फांसी लगाई थी। इसके बाद नीरज सिंह ने सुशांत के सीने को दबाकर सांस पंप करने की भी कोशिश की थी लेकिन जब कोई नतीजा नहीं निकला तो सिद्धार्थ पिठानी ने मुंबई पुलिस को कॉल कर दिया।